ऋषिकेश।
परमार्थ निकेतन स्वामी चिदानन्द मुनि ने फिल्म सिटी नोएडा में आयोजित पत्रकार मंथन महोत्सव में भाग लिया। उन्होंने कहाकि मंथन से जीवन में नित नये विचारों का समावेश होता है। जिस प्रकार सागर मंथन से रत्नों की खान प्राप्त हुयी थी उसी प्रकार जीवन में विचार मंथन से वैचारिक रत्न प्राप्त होते है। उन रत्नों को धारण करने से जीवन पर्व बन जाता है। न्यायालय के द्वारा गंगा और यमुना को जीवित व्यक्ति की तरह दर्जा देने के आदेश की सराहना की। कहाकि उत्तराखंड के न्यायाधीशों का दशहरे पर्व पर सम्मान किया जायेगा। स्वामी चिदानंद मुनि ने अध्ययनरत युवा पत्रकारों के दल को शौचालय बनवाने का संकल्प कराया। कहा कि शौचालय बनेंगे तो हमारे देश की मातृ शक्ति को सुरक्षापूर्ण, गरिमामय और स्वस्थ जीवन प्राप्त हो सकता है।