किक बाॅक्सिंग प्रतियोगिता में तीर्थनगरी के खिलाड़ियों ने लहराया परचम

जयराम आश्रम में आयोजित ओपन देहरादून डिस्ट्रिक्ट किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देव भूमि ऋषिकेश की खिलाड़ियों ने 20 स्वर्ण पदक, 20 रजत पदक, 22 कांस्य पदक सहित 62 पदक जीतकर तीर्थ नगरी नगरी का परचम लहराया है

कोच शिवानी गुप्ता ने बताया कि जयराम आश्रम में एक दिवसीय ओपन देहरादून डिस्ट्रिक्ट के किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन हुआ जिसमें जिले के लगभग 250 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रसिद्ध गायनोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका गोयल जी एवं उत्तराखंड एमेच्योर किकबॉक्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद कोटनाला जी द्वारा किया गया उन्होंने खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की प्रतियोगिता में ऋषिकेश के 65 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग कर 62 पदक हासिल कर तीर्थ नगरी का नाम रोशन किया है।

कार्यक्रम में समापन के शुभ अवसर पर डॉ हरक सिंह रावत जी ने शिरकत की जिला प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को पदक पहनाकर खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी व ऋषिकेश ने उक्त प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

कार्यक्रम के अवसर पर देव भूमि ऋषिकेश मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर अध्यक्ष सत्यवीर सिंह तोमर, महासचिव अलक्षेंद्र सिंह, राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, समाजसेवी सरोज डिमरी, विपिन डोगरा, प्रदीप कोहली, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, सीमा रानी, रोटरी क्लब ऋषिकेश अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष कविता शाह, समाजसेवी प्रिंसी रावत, सेवानिवृत्त डीपी रतूड़ी, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत आदि उपस्थित रहे

बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में हो कार्य-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर परेड ग्राउण्ड देहरादून स्थित नवीन बहुद्देशीय हॉल में ‘महिलाओं की खेल में सहभागिता’ विषय पर आयोजित सेमिनार में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न खेलों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले महिला खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सभी बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस महिला सशक्तिकरण को लेकर हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने और बालिकाओं को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को और अधिक मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा कि बेटियों की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है। राज्य का मुख्य सेवक होने के नाते प्रदेश की किसी भी बेटी का अपमान करने वाले के खिलाफ हम कठोरतम कार्रवाई करने से कभी पीछे नहीं हटेंगे। हमारी बेटियां हमारी शान, मान एवं अभिमान हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में तीलू रौतेली, टिंचरी माई, गौरा देवी, चन्द्रप्रभा ऐतवाल, गंगोत्री गर्ब्याल और बछेंद्री पाल, वंदना कटारिया जैसे अनेक नाम हैं जिन्होंने हर चुनौती को छोटा साबित करते हुए प्रदेश का मान और सम्मान बढ़ाया। आज हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाया है और प्रदेश का नाम रोशन किया है। शिक्षा से लेकर खेल के मैदान और वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर सेना के अभियान तक में हमारी बेटियां बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई विभिन्न योजनाएं हमारी बेटियों को और अधिक आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं। राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्राविधान किया है। उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व ही राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की 80 हजार बालिकाओं को 323 करोड़ रुपये की धनराशि “नंदा गौरा योजना“ के अंतर्गत हस्तांतरित की गई थी। जो निश्चित ही हमारी बेटियों के बेहतर भविष्य की नींव रखने में काम आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों मे बेटियों के नामांकन में बढ़ोतरी हुई है और लिंगानुपात में सुधार हुआ है, इससे स्पष्ट है कि बेटियों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाएं सफल हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के मूलमंत्र को लेकर राज्य सरकार ने भी बेटियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा,स्वास्थ और कौशल विकास तक के लिए विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की हैं, जिनमें “महालक्ष्मी किट योजना“,“खुशियों की सवारी“ योजना, “नंदा गौरा“ योजना, “मुख्यमंत्री आंचल अमृत“ योजना,“मुख्यमंत्री महिला पोषण“ जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 2025 में उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएगा, उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का जो लक्ष्य रखा है, उसमें हमारी बेटियों और मातृशक्ति की अहम भूमिका होगी।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास तथा खेल मंत्री रेखा आर्या ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग द्वारा खेल को केंद्रित करते हुए बालिकाओं को लेकर सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, यह सराहनीय पहल है। राज्य में बालिकाएं खेल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़े इसके लिए राज्य में नई खेल नीति में हर संभव सुविधा देने के प्रयास किए गए हैं। खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए आर्थिक संकट से न गुजरना पड़े, इसके लिए नई खेल नीति में हर सुविधा देने के प्रयास किए गए है। खिलाड़ियों को भोजन के लिए दी जाने वाली धनराशि 150 रुपए से बढ़ाकर 175 रुपए की गई है। राज्य में लगभग 3900 बच्चों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 1500 रुपए प्रति बच्चे को छात्रवृत्ति दी जा रही है, जिसमें 50 प्रतिशत बालिकाएं शामिल हैं।

राज्य सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं…

राज्य में महिला सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री लखपति दीदी योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत 2025 तक राज्य की 1.25 लाख महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट दी जा रही है। खुशियों की सवारी योजना के माध्यम से गर्भवती महिला को अस्पताल तक लाने की व्यवस्था एवं बच्चे के जन्म के बाद जच्चा एवं बच्चा को घर तक ले जाने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है। नंदा गौरा योजना के तहत राज्य में गरीब कन्याओं के लिए राज्य सरकार द्वारा 51 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। साथ ही बालिका के जन्म के समय माता-पिता को 11 हजार रूपये की धनराशि दी जा रही है। मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत मां और नवजात शिशु की साफ-सफाई एवं पोषण के लिए राज्य सरकार द्वारा मौसम के हिसाब से अलग-अलग किट प्रदान की जा रही है। राज्य में महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के दृष्टिगत सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में कामकाजी महिलाओं के लिए गौरा शक्ति एप बनाया गया है। गौरा शक्ति के अन्तर्गत स्व रजिस्ट्रेशन के अतिरिक्त महिलाएं ई-शिकायत भी दर्ज करा सकती हैं, साथ ही इसमें महिलाओं के कानूनी अधिकारों की जानकारी और महत्वपूर्ण फोन नम्बर भी उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, सविता कपूर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल, खेल निदेशक जितेन्द्र सोनकर एवं राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आई बालिकाएं मौजूद रही।

दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता जीतकर बढ़ाया राज्य का सम्मान, मुख्यमंत्री ने दी शुभकामना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने भेंट की। इस अवसर पर यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखण्ड के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के ओडिशा में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता जीतने पर बधाई दी तथा टीम के सदस्यों को भविष्य के लिये शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा कि दिव्यांग क्रिकेट टीम की सफलता से राज्य का ही मान नहीं बढ़ा बल्कि इससे समाज में दिव्यांग जनों को प्रेरणा भी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने दिव्यांगों को खेलों की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये समेकित प्रयासों की जरूरत बताते हुए यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के प्रयासों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन द्वारा उत्तराखण्ड में व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन की सफलता की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर विधायक सुरेश गड़िया, क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष गणेश शाह, उपाध्यक्ष विजय रमोला, सचिव उपेन्द्र पंवार, टीम के कप्तान धन सिंह, उपकप्तान धनवीर सिंह एवं अन्य खिलाड़ी उपस्थित थे।

87 जिम और 7 पार्क का शहरी विकास मंत्री ने किया लोकार्पण

शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रदेश के 102 निकायों में 74 ओपन जिम का शिलान्यास, 87 ओपन जिम का लोकार्पण 409.14 लाख जबकि 7 पार्क का शिलान्यास 286.55 लाख की लागत से करते हुए प्रदेश वासियों को नव वर्ष के प्रथम दिन सौगात दी। इस दौरान 94 निकायों के प्रतिनिधि वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।
रविवार को यमुना कॉलोनी स्थित पार्क में शहरी विकास विभाग की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि ओपन जिम और पार्क शरीर की संरचना को मजबूत बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि आज नशे ने अपने पैर पसार दिए हैं, हमें इसकी चैन को तोड़ना होगा। इसके लिए सरकार ने ओपन जिम और पार्क खोलने का फैसला किया है। आज प्रदेश में निकाय स्तर पर ओपन जिम और पार्क को खोलकर सरकार ने अपनी मंशा साफ कर दी है।
इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर आज पूरा देश स्वच्छता के प्रति जागरूक हुआ है। लोगों के भीतर पिछले आठ वर्षों में स्वच्छता के प्रति एक अलख जगी है। उन्होंने कहा हमारे राज्य में भी स्वच्छता को लेकर अनेक अभियान निकाय स्तर पर चलाये जा रहे हैं। यही कारण है कि उत्तराखंड को इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में छह पुरस्कार प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि इस नववर्ष के प्रथम दिन हमें संकल्प लेना होगा कि अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखेंगे। कूड़ा को सार्वजनिक स्थलों पर नहीं फेंकेंगे। साथ ही कूड़ा दिखने पर उसे कूड़ादान पर डालेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कूड़ा को सार्वजनिक स्थलों पर कोई डालता हुआ दिखाई दें तो जागरूक नागरिक की भूमिका निभाते हुए रोके।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्ष 2025 तक प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं इसमें जन सहभागिता का सहयोग आवश्यक है।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक सरिता कपूर, पार्षद सुमित्रा ध्यानी, विभागीय निदेशक नवनीत पांडे, अपर निदेशक अशोक पांडे, अपर मुख्य आयुक्त जगदीश लाल, सहायक नगर आयुक्त रविंद्र दयाल, शांति प्रसाद जोशी, अधिशासी अभियंता अनुपम भटनागर, रवि बिष्ट, संजय भाटी, योगेंद्र नेगी सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।

धामी ने ऋषभ पंत के परिजनों को हर मदद का दिलाया भरोसा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मैक्स अस्पताल में भर्ती भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत का हाल चाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों से ऋषभ के स्वास्थ्य सुधार के बारे में पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने ऋषभ पंत की माताजी एवं उनकी बहन से मैक्स अस्पताल में लगभग एक घंटे तक मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ऋषभ के इलाज के लिए राज्य सरकार की ओर से पूरी मदद की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने किया राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ-2022 का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, रायपुर, देहरादून में राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ-2022 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने 31 करोड़ की लागत से बने शूटिंग रेंज का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य के अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को नकद पुरस्कार धनराशि प्रदान की और उन्हें सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को भोजन के लिए दी जाने वाली धनराशि 150 रूपये से बढ़ाकर 225 रूपये की जायेगी। न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को क्रमशः 300 रूपये, 200 रूपये एवं 150 रूपये की धनराशि दी जायेगी। विकासखण्ड स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 500 रुपये, 400 रुपये एवं 300 रुपये की धनराशि दी जायेगी, जो पहले क्रमशः 300 रुपये, 200 रुपये एवं 150 रुपये थी। जनपद स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 800 रुपये, 600 रुपये एवं 400 रुपये की धनराशि दी जायेगी, जो पहले क्रमशः 700 रूपये, 500 रूपये एवं 300 रुपये थी। राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 1500 रूपये, 1000 रूपये एवं 700 रुपये की धनराशि दी जायेगी, जो पहले क्रमशः 1000 रुपये, 600 रुपये एवं 400 रुपये थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य स्तर पर आयोजित होने वाला यह खेल महाकुंभ उत्तराखण्ड के युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करेगा। पहले पंचायत स्तर पर फिर ब्लॉक स्तर पर फिर जिला स्तर पर खेलने के पश्चात खिलाड़ी यहां पर अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह गौरव का विषय है कि इस खेल महाकुंभ में हमारे प्रदेश की बेटियां भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने कहा कि यह युवाओं की प्रतिभा का ही कमाल है कि, आज विश्व पटल पर नए भारत का मान बढ़ रहा है। आज हमारे युवा खिलाड़ियों द्वारा विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के सामर्थ्य का परिचय कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस खेल महाकुंभ का उद्देश्य खिलाड़ियों को आगामी 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए भी तैयार करना है। 38वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी उत्तराखण्ड करेगा। जिससे राज्य के युवाओं को अपनी प्रतिभा को दिखाने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार उत्तराखंड को “सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड“ बनाने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। राज्य सरकार सरकार युवाओं को बेहतर शिक्षा और बेहतर खेल सुविधायें प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित है। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जिसने जहां एक ओर नई शिक्षा नीति को प्रभावकारी ढंग से लागू करने का काम किया है, वहीं दूसरी ओर नई खेल नीति बनाकर अपने युवा खिलाड़ियों का भी ध्यान रखने का कार्य किया है। नई खेल नीति में खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। खिलाड़ियों के लिए नौकरियों में खेल कोटा भी पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस खेल महाकुंभ में प्रतिभाग कर रहे हमारे युवा खिलाड़ी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखण्ड व देश का नाम रोशन करेंगे।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि अब समाज में खेल एवं खिलाड़ियों के प्रति सोच में बड़ा परिवर्तन हुआ है। खेलों से भी उपलब्धि हांसिल की जा सकती है, जैसे शिक्षा के माध्यम से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में खेलों को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। न्याय पंचायत स्तर से राज्य स्तर तक खेल प्रतिभाओं को आगे लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट खिलाड़ी उन्नयन योजना से खिलाड़ी लाभान्वित हो रहे हैं। 2024 में उत्तराखण्ड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी तेजी से चल रही है।

विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में खेलों को नई ऊंचाई देने के लिए सराहनीय प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ में प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेल में अनुशासन एवं जीत के लिए लक्ष्य बनाकर प्रतिभाग करें।

इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख रायपुर ममता देवी, खेल निदेशक जितेन्द्र कुमार सोनकर, अपर निदेशक राकेश चन्द्र डिमरी, खेल विभाग के अन्य अधिकारी एवं खिलाड़ी उपस्थित थे।

बैडमिंटन प्रतियोगिता से विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बढ़ेगाः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परेड ग्राउंड, देहरादून में उत्तराखंड सचिवालय बैडमिंटन क्लब द्वारा आयोजित अन्तर्विभागीय बैडमिंटन प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वयं भी बैडमिंटन खेल खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। यह बैडमिंटन प्रतियोगिता 17 से 19 दिसम्बर 2022 तक चलेगा। जिसमें प्रदेश की 25 टीमें भाग ले रही हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सचिवालय बैडमिंटन क्लब द्वारा शानदार प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रकार की प्रतियोगिता से कार्मिकों को साथ खेलने एवं एक दूसरे को समझने का मौका मिलता है। विभिन्न विभागों के बीच में होने वाली इस बैडमिंटन प्रतियोगिता से विभागों में आपस में समन्वय बढ़ेगा। विभागीय कार्यों के साथ खेल को भी बढ़ावा देने का यह सराहनीय प्रयास है। खेल भावना अपने कार्यों के प्रति अनुशासन के लिए भी प्रेरित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत के खिलाड़ी वैश्विक स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य की नई खेल नीति में खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा देने के प्रयास किये गये हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के पास प्रकृति प्रदत्त सब कुछ है। उत्तराखण्ड का प्राकृति सौन्दर्य सबको आकर्षित करता है। अपने प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग से हमें उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाना है। राज्य के समग्र विकास के लिए सभी की सहभागिता अति महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के समग्र विकास के लिए मसूरी में 03 दिन के चिंतन शिविर का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही वे सचिवालय के अनुभागों के अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे।

मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार खेलों को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। सरकार ने हमेशा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री का स्वच्छ दून, सुंदर दून का जो संकल्प है, उसे हम सभी को आपस में समन्वय एवं सहभागिता से धरातल में उतारना है।

इस अवसर पर बैडमिंटन खिलाड़ी पुनीता नागलिया, उत्तराखंड सचिवालय बैडमिंटन क्लब के अध्यक्ष पन्ना लाल शुक्ला, उपाध्यक्ष महावीर सिंह चौहान, महासचिव प्रमोद कुमार, उप निदेशक खेल धर्मेन्द्र भट्ट, जिला क्रीडा अधिकारी शबाली गुरुंग, जे.पी मैखुरी, सचिवालय बैडमिंटन संघ के अन्य पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के खिलाड़ी उपस्थित थे।

सीएम ने किया 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन, देहरादून में 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेल कोटा पुनः प्रारंभ करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभिन्न राज्यों एवं सशस्त्र बलों से पहुंचे तीरंदाज खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत की धरती तीरंदाजी की जननी रही है। तीरंदाजी जिसे भारतीय संस्कृति में धनुर्विद्या के नाम से जाना जाता रहा है, प्रमुख खेल होने के साथ ही युद्ध कला की एक प्राचीन विद्या भी रही है। त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और भगवान परशुराम की धनुर्विद्या की बात करें या द्वापर युग में भीष्म, अर्जुन, कर्ण और वीर अभिमन्यु की धनुर्विद्या की बात करें, हमारा इतिहास महान योद्धाओं और वीर धनुर्धरों की वीरता और धनुर्विद्या का साक्षी रहा है। देहरादून की महान धरती तो स्वयं में महान धनुर्धर गुरु द्रोण की तपस्थली रही है। इस प्रतियोगिता का आयोजन देहरादून में होना अपने आप में गर्व का विषय है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में समृद्ध खेल संस्कृति का विकास हो रहा है जिसके परिणामस्वरूप हमारे खिलाड़ियों द्वारा विभिन्न खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन किया जा रहा है। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई खेल नीति को लागू की गई है। खेल नीति में खिलाड़ियों के उन्नयन और उनके बुनियादी सुविधाओं के लिए व्यवस्था की गई है। खेल व्यक्ति के चहुंमुखी विकास के लिए लाभदायक हैं। खेल हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करने की प्रेरणा भी देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल के क्षेत्र में हमारे युवाओं द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया जा रहा है।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड में अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन पहली बार हो रहा है। इस आयोजन में 19 राज्यों की पुलिस टीम समेत सशस्त्र बलों को मिलाकर कुल 26 टीमों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। 14 से 19 दिसम्बर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में कुल 316 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें 196 पुरुष और 120 महिला खिलाड़ी शामिल हैं।

इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक कैंट सविता कपूर, उत्तराखण्ड आर्चरी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र तोमर, आयोजन सचिव मुख्तार मोहसिन, पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी, राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी मौजूद थे।

ऋषिकेश बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप और महामंत्री विवेक बने

ऋषिकेश बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें प्रदीप कोहली को अध्यक्ष और विवेक तिवारी को महामंत्री बनाया गया।
शनिवार को कोयल घाटी स्थित एक होटल में ऋषिकेश बॉडी बिल्डिंग एसोसिएशन की बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रदीप कोहली को अध्यक्ष और विवेक तिवारी को महामंत्री, रवि नेगी को कोषाध्यक्ष बनाया गया। नवनियुक्त अध्यक्ष प्रदीप कोहली ने कहा कि प्रत्येक वर्ष एसोसिएशन द्वारा ऋषिकेश बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता करवाई जाती है। अब आगामी प्रतियोगिता 25 मार्च 2023 को पावर लिफ्टिंग और आर्म्रेसलिंग तथा 26 मार्च बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता आयोजित होगी। मौके पर शैलेंद्र बिष्ट, प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष संजीव चौहान, महासचिव प्रवीण सजवाण, पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी देवेश्वर प्रसाद रतूड़ी, राकेश कुमार, नीरज शर्मा, आदेश कुमार, राजेंद्र सिंह बिष्ट, अमित कश्यप, देवेंद्र रांगड़, राजेश रावत, शशांक पंत, आशीष श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

भारतीय टीम के जनवरी में होने वाले ट्रायल के लिए किया क्वालीफाई

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में खेली जा रही 65वीं 10 मीटर एयर राइफल पुरूष वर्ग में देहरादून की स्नाइपर शूटर अकादमी के 4 शूटरों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आगामी जनवरी माह में होने वाले इंडियन टीम के ट्रायल्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
तिरुवनंतपुरम में 20 नवंबर से 9 दिसंबर तक राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है। इस प्रतियोगिता में उत्त्तराखण्ड के शूटरों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसमें स्नाइपर शूटिंग अकादमी के 4 शूटरों अर्श ठाकुर, युवराज सिंह पुंडीर, उत्सव विश्नोई एवं शौर्य सिंह ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए इंडियन टीम ट्रायल के लिए क्वालीफाई करने में कामयाबी हासिल की। स्नाइपर शूटिंग अकादमी के निदेशक श्री अनिल ठाकुर ने बताया कि जनवरी में दिल्ली में होने वाले भारतीय टीम के ट्रायल्स में प्रतिभाग करेंगे। यह ट्रायल नई दिल्ली स्थित करनी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित होंगे। बताया कि महिला वर्ग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2 दिसंबर से 10 दिसंबर तक होगी जिसमें अकादमी के 11 शूटर भाग लेंगे।