फोटो खींच व्हाट्सएप पर भेंजे, मिलेगा इनाम

सावधान, अब अगर नदी में कूड़ा डाला तो खैर नहीं और साथ ही जो व्यक्ति नदी में कूड़ा डालने वालों पर नजर रखेगा व उसकी फोटो खींचकर देगा। उसे पुरूस्कृत भी किया जायेगा। जी हां रुद्रप्रयाग प्रशासन ने नदी में कूड़ा डालने से रोकने के लिए अब नया फार्मूला निकाला है। कूड़ा डालने वाले व्यक्ति की फोटो लाने वाले व्यक्ति को प्रशासन इनाम भी देगा। ताकि लोगों की जागरुकता से नदियो को निर्मल बनाया जा सके।
कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में नमामि गंगे समिति के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई। इसमें नदी को निर्मल एवं अविरल बनाए रखने के लिए व्यापक स्तर पर जागरुकता अभियान चलाने का निर्णय लिया। साथ ही कहा कि जो लोग नदी नालों में गंदगी डालेंगे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि नमामि गंगे के अंतर्गत नदी एवं नालों तथा सामाजिक प्रतिष्ठानों पर कूड़ा फेंकने वालों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। साथ ही नदी, नालों और सामाजिक प्रतिष्ठानों पर कूड़ा फेंकने वालों की फोटो खींचकर उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप पर भेजने वाले को 500 रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कूड़ा फेकने वाले की फोटो साफ होनी चाहिए, जिससे कूड़ा फेंकने वाले का पता चल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि फोटो भेजने वाले का नाम, पता व स्थान का नाम भी उल्लेख करना होगा। कहा कि सामाजिक प्रतिष्ठानों (घाट) में दीवार लेखन, वाल पेटिंग के माध्यम से जन जागरुकता लाई जाएगी। नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत अगस्त्यमुनि में कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

अगले माह यात्रियों की संख्या में होगा इजाफा

केदारनाथ यात्रा के लिये आपदा के बाद अच्छी खबर है। बहुत कम समय में चार लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन कर दिये हैं। बाबा के दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों का आकंडा चार लाख पार पहुंच चुका है।
16-17 जून 2013 को केदारनाथ में आई भीषण आपदा के बाद इस बार केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। बरसात के मौसम में भी यात्री बाबा के दर्शनों के लिये पहुंचे हैं, जिससे देश-विदेश में यात्रा को लेकर अच्छा संदेश गया है। मई माह में कपाट खुलने के बाद चार माह के समय में चार लाख से अधिक तीर्थ यात्री बाबा के दर्शनों को पहुंचे हैं। आगामी दो महीने में भी केदारघाटी के सभी होटल-लॉलों में एडवांस बुकिंग आ चुकी है, जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार पांच लाख से अधिक यात्री बाबा के दर्शनों के लिये पहुंचेंगे।
इधर, पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि यह यात्रा सीजन यात्रा के दृष्टिकोण से बहुत अच्छा गुजर रहा है। आपदा के बाद यात्रा पटरी पर लौट चुकी हैं बहुत कम समय में चार लाख से अधिक तीर्थ यात्री बाबा के दर्शनों के लिये पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी दो माह की यात्रा के लिये भी एडवांस बुकिंग आ चुकी हैं। मौसम भी खुल रहा है। बरसात का सीजन समाप्त होने वाला है। ऐसे में अधिक यात्रियों के आने की उम्मीदे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होने दी जाएंगी। यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

अगले साल के अंत तक पूरी हो जाएगी चार धाम सड़क परियोजना

केंद्रीय सड़क, परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड में ‘चार धाम’ सड़क संपर्क परियोजना को सरकार 2018 के अंत तक पूरा कर लेगी। 12 हजार करोड़ रुपये की इस महत्वाकांक्षी परियोजना से जुड़े 10 प्रस्तावों को पर्यावरण मंजूरी भी मिल गई है।
उन्होंने बताया कि पर्यावरण मंजूरी मिलने के बाद सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय ने परियोजना पर काम तेज कर दिया है। जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के एजेंडे में शीर्ष पर है। इस परियोजनाओं से जुड़े अन्य अटके प्रस्तावों को भी जल्द ही मंजूरी प्राप्त हो जाएगी। क्योंकि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय समेत विभिन्न मंत्रालयों के साथ बैठकें जारी हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह लोगों को सबसे बड़ा उपहार होगा। क्योंकि आस्था से जुड़ी चार धाम यात्रा लोगों के एजेंडे में शीर्ष पर रहती है। विदेश से भी बड़ी संख्या में लोग चार धाम यात्रा के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि 900 किमी के नए अलाइनमेंट पर राजमार्गो का निर्माण किया जा रहा है और सुरंगों का निर्माण भी तेज गति से हो रहा है। यह मार्ग सभी मौसम में खुले रहेंगे।
मालूम हो कि इसी महीने की शुरुआत में गडकरी ने आधारभूत ढांचे पर एक बैठक की अध्यक्षता की थी। इसमें उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों से मंजूरियों के अभाव में लटके चार धाम यात्रा के 18 प्रस्तावों में तेजी लाने का अनुरोध किया था। चार धाम परियोजना की आधारशिला पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी।

बारिश ने रोकी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति

केदारनाथ हाईवे पर लगातार हो रहे भूस्खलन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाईवे पर जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से केदारनाथ यात्रा बुरी तरह प्रभावित हो रही है। हाईवे पर आवाजाही बाधित होने से देश-विदेश से बाबा के दर्शनों के लिये यहां पहुंच रहे तीर्थ यात्री समय पर केदारनाथ धाम नहीं पहुंच पा रहे हैं। साथ ही केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ावों में समय पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। जिसका खामियाजा यात्रियों के साथ ही केदारघाटी की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
पहाड़ों में आफत की बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार हो रही बारिश से जहां आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। वहीं जगह-जगह भूस्खलन होने से जिदंगी पटरी से उतर रही है। केदारनाथ धाम की यात्रा में भी भूस्खलन बाधक बन रहा है। केदारनाथ हाईवे पिछले एक सप्ताह से भूस्खलन के कारण जगह-जगह बंद हो रहा है। केदारनाथ हाईवे बांसबाड़ा और डोलिया देवी में नासूर बन गया है। डोलिया देवी में आये दिन भूस्खलन होने से घंटों तक आवाजाही प्रभावित हो रही है। जिस कारण यात्रियों को कई घंटों तक यहां पर रूकना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि देश-विदेश से बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे यात्रियों को बारिश में भीगकर हाईवे खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है। केदारनाथ हाईवे के बंद होने से यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग, सीतापुर, गौरीकुंड, फाटा आदि स्थानों में समय पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। केदारघाटी की जनता और केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्री केदारनाथ हाईवे पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।

एएनएम की लापरवाही से सड़क में जन्मा बच्चा


भटवाड़ी गांव की रहने वाली इंद्रा देवी अपनी गर्भवती बहू लक्ष्मी को लेकर निजी वाहन बुक कर जखोली स्थित एएनएम सेंटर पहुंची। इंद्रा देवी के अनुसार उन्होंने एएनएम से प्रसव पीड़ा का हवाला देकर बहू को भर्ती करने का आग्रह किया। इंद्रा का आरोप है कि एएनएम बसंती सकलानी ने कहा के प्रसव कक्ष की सफाई नहीं हुई है। ऐसे में वह पीड़ित महिला को भर्ती नहीं कर सकती। एएनएम का कहना था कि यह सीएमओ का निर्देश है। इंद्रा के अनुसार वह करीब आधे घंटे एएनएम की मनुहार करती रही।
इस बीच आसपास के लोग भी एकत्र हो गए और उन्होंने भी एएनएम को समझाने का प्रयास किया। जब बात नहीं बनी तो इंद्रा अपनी बहू को लेकर लौटने लगीं, लेकिन सड़क पर खड़े वाहन तक पहुंचने से पहले ही प्रसव वेदना बढ़ गई। इंद्रा ने आसपास की महिलाओं की सहायता से किसी तरह प्रसव कराया।
एएनएम बसंती का कहना है कि सुबह-सुबह प्रसव कक्ष की सफाई नहीं हुई थी। सीएमओ के निर्देश के अनुपालन में उन्होंने गंदे कक्ष में प्रसव करना उचित नहीं समझा। हालांकि जब महिला का दर्द बढ़ गया तो प्रसव में उन्होंने मदद की।
दूसरी ओर सीएमओ सरोज नैथानी ने बताया कि कुछ समय पहले उन्होंने चौरा एएनएम केंद्र का निरीक्षण किया था। प्रसव कक्ष में गंदगी मिलने पर उन्होंने एएनएम को सफाई के निर्देश दिए और ताकीद की थी कि साफ सुथरे कक्ष में ही प्रसव कराया जाए। घटना को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जांच करा दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डीएम ने ठेकेदारों से दिए वसूली के आदेश

रुद्रप्रयाग।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल गैंती, कुदाल और फीता लेकर संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ जिला योजना के अन्तर्गत सिंचाई विभाग द्वारा सुमाडी एवं तिलवाडा में बनाई गई सुरक्षा दीवाल का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने फीते से तिलवाड़ा मठ तोक लाटा बाबा होटल के बायीं तरफ नाले और त्रिपुरेश्वर मन्दिर जाने वाले रास्ते पर बनायी गयी सुरक्षा दीवार की लम्बाई व चैड़ाई नापी। त्रिपुरेश्वर मन्दिर जाने वाले रास्ते पर बनी सुरक्षा दीवार की लम्बाई और ऊँचाई नापते हुए उन्होंने सुरक्षा दीवार की बेसमेंट की खुदाई करवाई। जहां उन्हें मानकानुसार बेसमेन्ट नहीं मिला। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए अवर अभियन्ता को प्रतिकूल प्रविष्टी और सम्बन्धित अधिकारियों और ठेकेदार से वसूली करने के निर्देश दिये। उन्होंने त्रिपुरेश्वर मन्दिर जाने वाले रास्ते पर बनाये गये सुरक्षा दीवार की जांच उपजिलाधिकारी जखोली से करवाने को कहा।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला योजना के तहत मंदिर की सुरक्षा के लिए 75 मीटर लंबी दीवार बनाई गई है। इसमें 30 सेमी का स्ट्रक्चर मानकों के अनुरूप नहीं है। नौ लाख रुपए के स्टीमेट में ढाई लाख रुपए स्ट्रक्चर की लागत पर खर्च होने थे। लेकिन मौके पर यह काम नहीं दिखाई दिया। इसके साथ ही नौ लाख रुपए के काम को पांच ठेकेदारों में बांटा गया। जबकि यह काम टेंडर प्रक्रिया के तहत होना चाहिए था। इसकी भी जांच की जा रही है। जिलाधिकारी के साथ निरीक्षण के दौरान सहायक अभियन्ता एससी बेजवाल, सहायक अभियन्ता एएस नेगी मौजूद थे।

चट्टानें खिसकने से केदारनाथ पैदल मार्ग को नुकसान

रुद्रप्रयाग।
फरवरी और मार्च तक हुई बर्फबारी और बारिश के दौरान चट्टानें खिसकने से केदारनाथ पैदल मार्ग को खासा नुकसान पहुंचा है। गौरीकुंड से केदारनाथ तक 16 किलोमीटर लंबे मार्ग पर दस स्थानों पर भूस्खलन क्षेत्र सक्रिय हैं। इसके अलावा जगह-जगह हिमखंड और बोल्डर (विशाल पत्थर) गिरने से मार्ग टूट गया है। रुद्रप्रयाग की जिलाधिकारी रंजना ने बताया कि केदारनाथ पुनर्निर्माण में जुटे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने प्रारंभिक सर्वे की रिपोर्ट दी है। उन्होंने बताया कि मार्च में जबरदस्त बर्फबारी के कारण रास्ते को ज्यादा नुकसान पहुंचा है।
सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र गौरीकुंड से रामबाड़ा के बीच का भाग है। यहां आठ स्थानों पर पहाड़ से गिरे बोल्डर रास्ते के बीचों-बीच है। कई स्थानों पर रह-रहकर पत्थर भी गिर रहे हैं। डीएम ने बताया कि प्रशासन की एक संयुक्त टीम मार्ग के निरीक्षण के लिए रवाना कर दी गई है। टीम की रिपोर्ट आने पर मार्ग की मरम्मत का खाका तैयार किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि 15 अप्रैल तक मार्ग को पूरी तरह से यातायात के लिए दुरुस्त कर दिया जाएगा।

रातभर एसडीएम कार्यालय में दिया धरना

-शराब की दुकान खोलने के विरोध में महिलायें
-उखीमठ मोटरमार्ग पर दिया जा रहा है धरना
रुद्रप्रयाग।
भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ में शराब की दुकान खोले जाने का विरोध तेज हो गया है। स्थानीय महिलाएं शराब की दुकान के विरोध में रात को सड़कों पर उतर रही और आज सुबह से ही उखीमठ मोटरमार्ग पर धरना दे रही हैं। शुक्रवार रातभर उखीमठ की महिलाएं शराब की दुकान के विरोध में उपजिलाधिकारी कार्यालय में धरने पर बैठी रही। महिलाओं का कहना है कि किसी भी हाल में शराब की दुकान नहीं खोलने दी जायेगी।
उत्तराखण्ड हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा से जुड़े रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिले में शराब की दुकान खोलने पर रोक लगा दी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के निर्णय पर स्टे ले लिया है। जिसके बाद अब रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ सहित अन्य स्थानों पर शराब की दुकान खोलने को विरोध हो रहा है। शुक्रवार रात को उखीमठ की महिलाओं ने सड़कों पर प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। महिलाओं ने उप जिलाधिकारी का घेराव करते हुये रात भर उपजिलाधिकारी कार्यालय में धरना दिया। महिलाओं ने कहा कि बाबा केदारनाथ के शीतकालीन गददीस्थल उखीमठ में शराब का प्रचलन अत्यधिक बढ़ गया है। शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से मात्र दो सौ मीटर दूर शराब की दुकान स्थित है। आये दिन बाबा केदार के दर्षनों के लिये हजारों यात्री आते हैं, लेकिन रास्ते में ही शराब की दुकान होने से यात्रियों की आस्था को ठेस पहुंचती है।

आपदा प्रभावितों को स्वाबलम्बी बनाने का हर सम्भव प्रयास कर रही सरकार: मुख्यमंत्री

रुद्रप्रयाग।
धाद संस्थान द्वारा डॉ. जैक्सवीन नेशनल स्कूल में आयोजित आपदा प्रभावित बच्चों एवं विधवाओं के साथ दीपोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आपदा प्रभावितों के निरन्तर जीवन संघर्ष में सरकार उनके साथ है। कहा कि सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों को स्वाबलम्बी बनाने में हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। उन्होने कहा त्रासदी से पीड़ित घाटी के लोगो के सामाजिक, आर्थिक, मनोवैज्ञानिक पक्षों के अघ्ययन के लिए तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया जायेगा। आयोग द्वारा आगामी 10 वर्षो के लिए कार्य की रूपरेखा तैयार की जायेगी। मंदाकिनी संस्था को सरकार द्वारा वित्त तथा तकनीकी पोषण प्रदान किया जायेगा जिससे की लोग आगे की ओर अग्रसर हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 2018 तक प्रत्येक गांव को सडक से जोडा जाए। इसके लिए इस वित्तीय वर्ष में एक हजार सडकों पर कार्य किया जायेगा। कहा कि गांव की सडक तक पहुंच होने से गांव के उत्पादों को शहर में विक्रय कर गांव को लघु उत्पादन केन्द्र में तब्दील किया जायेगा। उन्होने उपस्थित ग्रामीणों से खेती, दस्तकारी, पशुपालन की ओर बढने को कहा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गुप्तकाशी को नगर पंचायत, आपदा प्रभावित बहनों के लिए पेंशन शुरू करने की घोषणा की।
इस अवसर पर वीके बहुगुणा द्वारा 02 बच्चों की आगे की शिक्षा के लिए बीस हजार रूपये का चैक धाद संस्था को प्रदान किया गया। श्री मनणा धाम तीर्थ यात्रियों द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह व प्रसाद भेंट किया गया। वर्ष 2013 की आपदा से केदार घाटी सहित जनपद रूद्रप्रयाग को उभारने व प्रदेश सशक्त नेतृत्व प्रदान कर विकास के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए जैक्सवीन स्कूल द्वारा मुख्यमंत्री को उत्तराखण्ड जन नायक शिरोमणि सम्मान प्रदान किया गया।
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मुख्यमंत्री द्वारा 2013 की आपदा से केदार घाटी को उभारने के लिए जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग डॉ. राघव लंगर, प्रदेश भर में सामाजिक सरोकारों से जुडी धाद, फे्रंडस आफ हिमालय संस्था को श्री केदारनाथ नवज्योति सम्मान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर जैक्सवीन स्कूल को उत्तराखण्ड मित्र पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर जिला निर्माण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष सूरज नेगी, जिला पंचायत सदस्य संगीता नेगी, प्रमुख ऊखीमठ सन्तलाल, धाद संस्था के अध्यक्ष हर्षमणि व्यास, प्रेम बहुखण्डी, लखपत सिंह राणा सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, स्कूली बच्चे व भारी संख्या जनता उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन रवीन्द्र सिंह नेगी द्वारा किया गया।

राष्ट्रपति के भ्रमण को लेकर सौंपी जिम्मेदारी

आगामी 24 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर राष्ट्रपति भी दर्शन को पहुंचेंगे। राष्ट्रपति के आगमन की तैयारियों के संदर्भ में डीएम ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देने के साथ ही जिम्मेदारियां भी सौंपी गई।

जिला कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में डीएम डॉ. राघव लंगर ने बताया कि मंदिर के पीछे बने हेलीपैड पर राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर उतरेगा। वहां लोनिवि गुप्तकाशी को निम के साथ समन्वय स्थापित कर शौचालय एवं पैदल मार्ग की बैरिकेटिंग करने के निर्देश दिए। मंदिर समिति के कार्यकारी अधिकारी को मंदिर में कार्यक्रम स्थल पर कनात, बैरिकेटिंग मंच निर्माण के साथ ही आयोजित कार्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई। Read more