ट्रक चालक ने कॉलेज जा रही छात्रा को छेडा

श्री मंदिर इंटर कालेज के बाहर ट्रक खड़े रहने पर भड़के छात्र, पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन

ऋषिकेश।

हरिद्वार मार्ग पर स्कूल जा रही छात्रा पर फब्ती करने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। गुस्साए छात्रों ने आरोपी ट्रक चालक को पकड़कर उसकी धुनाई कर दी। साथ ही स्कूल के बाहर बेतरतीब खड़े ट्रकों के लेकर प्रदर्शन किया। छात्रों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गुस्साए छात्रों को देख ट्रकों के चालक और क्लीनर वहां से भाग खड़े हुए।
बुधवार सुबह सात बजे हरिद्वार रोड पर श्री भरत मंदिर इंटर कालेज में छात्र-छात्राएं स्कूल जा रहे थे।101

बताया जा रहा है कि स्कूल से कुछ पहले सड़क किनारे खड़े एक ट्रक के चालक ने एक छात्रा पर फब्ती कस दी। छात्रा ने स्कूल आकर शिक्षकों से इसकी शिकायत की। इसी बीच छात्रों को इसकी भनक लग गई। देखते ही देखते स्कूल के छात्र बाहर दौड़ पड़े। छात्रों को अपनी ओर आता देख आरोपी ट्रक चालक भागने लगा। छात्रों ने उसे दबोच लिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी। हालांकि आरोपी ट्रक चालक वहां से किसी तरह बचकर भाग खड़ा हुआ। इसके बाद गुस्साए छात्रों ने ट्रकों के ऊपर चढ़कर हंगामा काटा। छात्रों का गुस्सा देख वहां मौजूद अन्य ट्रकों के चालक और क्लीनर भाग खड़े हुए। छात्रों ने कालेज के बाहर बेतरतीब तरीके से ट्रक खड़े होने पर रोष जताया। कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है। अक्सर ट्रक चालक छात्राओं पर फब्तियां कसते हैं। कई बार अश्लील इशारे भी करते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए क्षेत्र में पुलिस गश्त की मांग उठाई। कहा कि स्कूल शुरू होने और छुट्टी के समय पुलिसकर्मी स्कूल के बाहर तैनात रहें।
उधर, प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत का कहना है कि स्कूल के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती जरूरी है। स्कूल के बाहर ट्रकों को खड़ा न होने दिया जाए। कहा कि जल्द सीओ से मिलकर इस संबंध में वार्ता की जाएगी।

 

 

सीनियर सिटीजन की तबीयत बिगड़ी, मौत

ऋषिकेश।

वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के कार्यक्रम में एक दुखरूद हादसा हो गया। संगठन के वरिष्ठतम सदस्य, एसबीआई से लेखाकार पद से सेवानिवृत धर्मेश्वर दीक्षित की कार्यक्रम में तबीयत बिगड़ गयी। जिन्हें प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठतम सदस्य अपनी बात रख रहे थे। धर्मेश्वर दीक्षित ने भी अपनी बात रखीं। अपनी बात रखते समय वह काफी भावुक रहे। उन्होंने बताया कि छह माह पूर्व उनके बेटे व बहु रात के समय अपनी तीन माह की बच्ची को घर में अकेला छोड़कर कहीं चले गये। तब से उनका कोई पता नही चल पा रहा है। छह माह से वह नन्हीं पोती का लालन-पालन कर रहे है। उनके बेटे पर 80-90 लाख रूपये का कर्ज है।
वह चिंता जता रहे थे कि कर्ज कैसे चुकता होगा? उनके बहु बेटे कहां व किस हालत में है और उनकी पोती का लालन पालन कैसे होगा। मंच से अपनी बात रख कर वह जैसे ही अपनी सीट पर आने लगे, उनकी तबीयत बिगड़ने लगीं। साथी उन्हें टैंट के पीछे ले गये। जहां उन्हें खून की उल्टी हुई। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें प्राईवेट अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई। संगठन के महासचिव सतेन्द्र कुमार ने बताया कि मनीराम मार्ग निवासी धर्मेश्वर दीक्षित की उम्र 70 वर्ष है।
उनके निधन की सूचना पर कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की गयी। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के सदस्य उनके आवास पर भी पहुंचे।

 

 

पति की मौत के गम में महिला ने दी जान

– छत पर लगे एंगल में चुन्नी के फंदा से लटका मिला शव
– चार माह पहले पति की सड़क दुर्घटना में हो गई थी मौत
ऋषिकेश।
चंद्रेश्वरनगर में पति की मौत के गम में महिला ने जान दे दी। महिला का शव छप पर लगे लोहे के एंगल में चुन्नी के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार 55 वर्षीय सुंदरी देवी के पति शिशुपाल सिंह की चार महीने पहले श्रीनगर में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद वह ऋषिकेश के चंद्रेश्वरनगर में अपनी विवाहित बेटी के घर में रही थीं। शनिवार की रात भोजन करने के बाद महिला अपने कमरे में सोने के लिए चली गईं। रविवार सुबह बेटी जब चाय देने के लिए कमरे में गई तो मां नहीं मिली। उन्हें तलाशते हुए वह छत की तरफ गईं। यहां लोहे के एंगल पर चुन्नी के सहारे मां को लटका हुआ देखकर बेटी चीख-पुकारने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लिया।
कोतवाल वीसी गोसाईं ने अनुसार महिला की बेटी ने बताया कि उनके पिता की मौत के बाद उनकी मां परेशान चल रही थीं। कोतवाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि महिला पति की मौत के बाद मानसिक रूप से परेशान थीं। आशंका है कि इसी वजह से महिला ने आत्महत्या की होगी। मौत के स्पष्ट कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल पाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

टीएचडीसी ने गांववासी के साथ किया पौधरोपण

पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
ऋषिकेश।
रविवार को टीएचडीसी व गांववासी ने वन विभाग के सहयोग से खांड गांव में पीपल, बरगद, रूद्राक्ष, बेल, कनेर, विक्शा, बहेड़ा आदि के पौधों को लगाया। इस अवसर पर डा. मोहन सिंह रावत गांववासी ने पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि पौधरोपण हर मनुष्य को करना चाहिए। इसका फायदा व लाभ मनुष्य को ही मिलता है। जिस प्रकार मनुष्य अपने स्वार्थों के लिए पेड़ों का अंधाधुंध कटान कर रहा है। इसके घातक परीणाम मनुष्य को आने वाले समय में मिलेंगे। इसलिए पौध रोपण अधिक से अधिक करना होगा।106

इस अवसर पर टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के उप महाप्रबन्धक डा. डीएल भट्ट, वरिष्ठ प्रबन्धक सुनील साह, प्रबन्धक दिनेश कुमार, वरिष्ठ पर्यावरण अधिकारी राकेश उनियाल, कनिष्ठ अधिकारी नरेन्द्र सिंह चौहान, वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी गंगासागर नौटियाल, वन क्षेत्राधिकारी (प्रशिक्षु) पूजा पयाल एवं वन दरोगा, सुनील रावत आदि उपस्थित थे।

 

एक ही रात में तीन बाइक चोरी

कोतवाली क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में घर के बाहर खड़ी तीन बाइकों पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जल्द चोरी का खुलासा करने का दावा किया है।

पुलिस के मुताबिक शनिवार की देर रात आईडीपीएल निवासी राकेश कुमार, मीरानगर बापूग्राम निवासी दिनेश कुमार व सुमित कुमार ने अपनी बाइकें घर के आंगन में खड़ी की थी। सुबह होने पर देखा गया तो बाइक आंगन से गायब थी। पीड़ितों ने पुलिस को मामले में तहरीर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। कोतवाल वीसी गोसाईं ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। जल्द ही पुलिस चोरी का खुलासा कर देगी। उधर, लोगों ने देर रात हुई वाहनों की ताबड़ चोरी से पुलिस की रात्री गश्त पर सवालिया निशान लगाए हैं। उन्होंने जल्द से जल्द चोरी का खुलासा करने की मांग की है।

समय से पहले यात्रा सीजन के 69 कर्मचारी हटाये

नगर पालिका प्रशासन ने यात्रा सीजन के 69 सीजनल सफाई कर्मचारियों को हटा दिया है। बताया जा रहा कि उत्तराखंड शासन से सफाई कर्मचारियों का मानदेय नही मिल रहा है। पहले ही पालिका के 55 कर्मचारी बुखार व टाइफाइड से पीड़ित होने के चलते अवकाश पर चल रहे है। ऐसे में सीजनल कर्मचारियों को हटाने से नगर की सफाई व्यवस्था पर सकंट गहराने के आसार है।

नगर पालिका ऋषिकेश के कार्यप्रणाली तो देखिए। एक तरफ तो पालिका के 55 सफाई कर्मचारी बुखार और टाइफाइड से पीड़ित होने के चलते अवकाश पर चल रहे है। ऐसे समय में पालिका प्रशासन ने उत्तराखंड शासन से यात्रा सीजन के सफाई कर्मचारियों के वेतन नही मिलने का रोना रोकर उनकी सेवाएं समाप्त कर डाली। पहले ही बीमार कर्मचारियों के चलते नगर की सफाई व्यवस्था दुरस्थ करने में पालिका के पसीने छूट रहे थे। अब तो 69 सफाई कर्मचारी और कम हो गये।
हर वर्ष चार धाम यात्रा के चलते शासन से सफाई व्यवस्था दुरस्त रखने के लिए नगर पालिका ऋषिकेश को बजट दिया जाता है। गौरतलब है कि यात्रा सीजन छह माह का सीजनल होता है। यात्रा सीजन के कर्मचारी चारधाम यात्रा के शुरु होने से आखिरी कपाट बंद होने तक यात्रा सीजन में कार्य करते है। पालिका प्रशासन ने अक्टूबर तक चलने वाली चारधाम यात्रा के बीच अगस्त माह में ही इन कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

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शासन से विगत दो माह से यात्रा सीजन के 69 कर्मचारियों का वेतन पालिका को नही मिला है। ऐसे में कर्मचारी अपना वेतन मांग रहे है। पालिका प्रशासन के पास पर्याप्त बजट नही है। बजट के अभाव में यात्रा सीजन के कर्मचारियों को हटाना पड़ रहा है।
विजय प्रताप सिंह चौहान अधिशासी अधिकारी नगर पालिका ऋषिकेश।

 

बेघरों का मशाल जुलुस के साथ प्रदर्शन

 

भूमि पट्टे की मांग को लेकर 67वें दिन धरना जारी
क्रमिक अनशन का 16वां दिन
रेलवे स्टेशन से गांधी स्तम्भ तक पैदल मार्च निकाला
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आबाद ग्रांट एक्ट की तर्ज पर गरीब-बेघरों को 180 वर्ग गज भूमि पट्टे आवंटित करने की मांग को लेकर कांग्रेस गरीब बेघर प्रकोष्ठ ने शनिवार को रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी घाट के गांधी स्तम्भ तक मशाल जुलुस प्रदर्शन रैली निकालीं।
शनिवार को कांग्रेस बेघर प्रकोष्ठ ने भूमिहीन गरीब बेघरों को भूमि पट्टे आंवटित करने की अपनी मांग दोहरायी। उन्होंने मांग के समर्थन में गांधी स्तम्भ तक मशाल जुलुस प्रदर्शन निकाला। बेघरों के नेता विजयपाल सिंह रावत ने कहा कि आज 67दिन से हम भूमिहीनों के लिए संघर्ष कर रहे है। हमारी मां बहने 16दिन से क्रम बदलकर क्रमिक अनशन पर बैठ रही है। लेकिन नतीजा कुछ भी नही निकल रहा है।
विजयपाल रावत ने ऋषिकेश की सरकारी भूमियों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। कहा कि भूमाफिया जमीन कब्जा रहा है, लेकिन गरीब बेघरों के लिए सरकार के पास जमीन नही है। शनिवार को क्रमिक अनशन में बैठने वालों में मोनिका देवी, कुशला देवी, रोशनी देवी, विशेश्वरी देवी, पार्वती देवी शामिल रही।
मशाल जुलुस प्रदर्शन में सोहन सिंह रौतेला, सुमित चौधरी, सतपाल, छोटेलाल, ओम प्रकाश टैगोर, ऋषि कश्यप, बलवंत सिंह बिष्ट, गौर सिंह पंवार, कुसुमनाथ, रामेश्वरी देवी, अंजली सैनी, मिथलेश, निर्मला आदि शामिल रहे।

सिविल वर्दी में पुलिस करेगी छापेमारी की कार्रवाई

कोतवाली पुलिस ने अवैध शराब कारोबारियों पर लगाम लगाने के लिए विशेष टीम का गठन किया है। टीम संवेदनशील स्थानों पर औचक अभियान चलाएगी। यही नहीं पुलिस सिविल वर्दी में भी कार्रवाई करेगी।
शहर में पुलिस की आंख में अवैध शराब के कारोबार को करने वाले तस्करों की अब खैर नहीं है। पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई के लिए विशेष टीम का गठन कर लिया है। जिसका काम संवेदनशील स्थानों व सूचना मिलने पर कारोबारियों की धरपकड़ करना होगा। तीर्थनगरी में चंद्रभागा, चंद्रेश्वरनगर, शांतिनगर, जाटव बस्ती, छोटी सब्जी मंडी, बनखंडी, बस अड्डे, आईडीपीएल, श्यामपुर, रूषाफार्म, गुमानीवाला आदि क्षेत्रों में अवैध शराब के कारोबार की शिकायत मिल रही है। लेकिन अब अवैध करोबार पर लगाम कसने के लिए कोतवाली पुलिस मुस्तैद हो चुकी है। कोतवाल वीसी गोसाईं ने बताया कि पुलिस सिविल वर्दी में भी संवेदनशील स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई करेगी। पुलिस पूर्व से ही अवैध शराब कारोबारियों पर लगाम लगाने का कार्य कर रही है। यह कार्य एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीम में एसएसआई गजेंद्र बहुगुणा, योगेश कुमार, कांस्टेबल नवनीत सिंह, राजाराम डोभाल, देवेंद्र चौधरी आदि शामिल हैं।

ऋषिकेश पालिका के 55 कर्मचारी बीमार, सफाई पर संकट

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ऋषिकेश की चंद्रेश्वरनगर, सर्वहारा नगर, वाल्मीकि बस्ती, बनखंडी, शांति नगर में क्षेत्र में वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है। कुछ इलाकों में टाइफाइड पीड़ित मरीज भी बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। वाल्मीकि बस्ती सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां आधी आबादी बुखार की चपेट में है। कई परिवार ऐसे हैं, जिनके घर के लगभग सभी सदस्य वायरल की चपेट में आ गए हैं। यही वजह है कि इन इलाकों में रहने वाले नगर पालिका ऋषिकेश के 55 सफाई कर्मचारी भी बीमार पड़ गए हैं। सभी कर्मचारी बीमार होने पर चिकित्सा अवकाश पर चल रहे हैं।

तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर कुछ कर्मचारी जहां सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं कुछ प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। पालिका के तीन सफाई नायक (हवलदार) भी टाइफाइड से पीड़ित हैं। सफाई कर्मचारियों के बीमार होने से नगर की सफाई व्यवस्था के लिए पालिका प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ रही है। चिंता इस बात की है कि अगर और कर्मचारी बीमार पड़े तो नगर की पूरी सफाई व्यवस्था चरमरा जाएगी। इसका असर शहरवासियों की सेहत पर पड़ सकता है।

क्लोरिन मिलाने में कंजूसी भी बड़ा कारण
ऋषिकेश। नगर के कई इलाकों में पानी की पुरानी लाइन होने के कारण लीकेज की समस्या बढ़ जाती है। घरों में आने वाला पानी पूरी तरह पीने योग्य नहीं होता है। बारिश के दिनों में दूषित पानी से बचने के लिए पानी में नियमित क्लोरिन डालना जरूरी है। लेकिन जल संस्थान अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है।

 

 

एनएसयूआई के कई पूर्व पदाधिकारियों ने एबीवीपी का दामन थामा

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शराब की राजनीति व फंड के नाम पर चंदा उगाही का लगाया आरोप
ऋषिकेश।
ऋषिकेश प्रेस क्लब सभागार में एनएसयूआई के दिग्गज छात्र नेता राजेन्द्र सिंह बिष्ट, वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, विपुल पोखरियाल, मयंक रवानी, अमित गांधी ने एबीवीपी की प्रेस कांफ्रेस में संगठन की सदस्यता ली। एबीवीपी छात्र नेताओं ने सभी का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने एनएसयूआई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि एनएसयूआई सिर्फ शराब की राजनीति कर रही है। उन्होंने संगठन में कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान नही मिलने पर भी रोष जताया। कहा कि एनएसयूआई के पास फंड मांगने के सिवाय कोई कार्य नहीं है। कहा, छात्र नेताओं में सबसे ज्यादा मुकदमें एनएसयूआई के छात्र नेताओं पर ही दर्ज हैं। बताया कि एबीवीपी के सिद्धांत ज्ञान, चरित्र और एकता से प्रेरणा लेकर उन्होंने संगठन की सदस्यता ली।
प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम की तस्वीर भी छात्र संघ चुनाव में देखने को मिली। सीएम पर छोटी सोच रखने के आरोप भी लगे। तंज कसते हुए कहा कि ऐसे छात्र नेता किस काम के जो अपनी ही सरकार होने बावजूद महाविद्यालय की 200 मीटर सड़क तक स्वीकृत नही करा सके। इस मौके पर कौशल बिजल्वाण, संजीव चौधरी आदि समेत कई छात्रनेता मौजूद थे।

एबीवीपी को मजबूती मिली
लंबे समय ये हाशिये पर चल रही एबीवीपी में छात्र नेता राजेन्द्र सिंह बिष्ट, वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष संदीप शर्मा, विपुल पोखरियाल, मयंक रवानी, अमित गांधी के आने से उत्साह देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार छात्र संघ चुनाव के बाद संगठन छात्र नेताओं को महत्वपूर्ण दायित्व भी सौंपने पर विचार कर रहा है।

तो शराब विरोधी अभियान क्या है
पुरानी कहावत है कि समय बुरा आये तो ऊंट पर बैठे व्यक्ति को कुता भी काट देता है। ऐसा ही हुआ जब प्रेस क्लब में पूर्व एनएसयूआई छात्र नेताओं ने स्वयं ही कह दिया कि एनएसयूआई शराब की राजनीति करती है। उन्होंने छात्र नेताओं की पोल खोल कर रख दी। अब बात निकली है तो दूर तक जायेगी ही।