नेपाली संस्करण ‘‘प्रलय के बीच’’ का प्रधानमंत्री ने किया विमोचन

देहरादून।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार के सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ की केदारनाथ आपदा पर लिखी पुस्तक ‘‘प्रलय के बीच’’ के नेपाली संस्करण का विमोचन किया। प्रधानमंत्री आवास में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि डॉ0 निशंक के साहित्य से दोनों देशों की एक-दूसरे से सांस्कृतिक निकटता बढ़ेगी। डॉ0 निशंक जिस तरह से सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक क्षेत्र में एक साथ सक्रिय हैं यह उनके बहुआयामी व्यक्तित्व को दर्शाता है। प्रचंड ने डॉ0 निशंक को हिमालयी क्षेत्र से सम्बंधित विषयों का ज्ञाता बताते हुये उनकी हिमालयी राज्यों के विकास से सन्दर्भित अवधारणा पर एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने हिमालय क्षेत्र में हिन्दू एवं बौद्ध, पर्यटन सर्किट की स्थापना का भरोसा दिलाया।
उन्होंने कहा कि मैं डॉ0 निशंक को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने एक लेखक के रूप में, तथा एक राजनीतिज्ञ के रूप में जिन उंचाइयों को छुआ है वह सराहनीय है। मुझे विश्वास है कि डॉ0 निशंक से इस मुलाकात से भारत-नेपाल के मध्य सांस्कृतिक संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। ये क्षण बेहद अर्थपूर्ण तथा दूरगामी महत्व के हैं। डॉ0 निशंक की पुस्तक ‘प्रलय के बीच’ पुस्तक का विमोचन करना मेरे लिए बेहद गौरवान्वित एवं अविस्मरणीय क्षण है। 112
साहित्य और राजनीति के माध्यम से समाज की सेवा करने वाले डॉ0 निशंक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। मैं उनकी सफलता की कामना करता हूं।
उपराष्ट्रपति नन्द किशोर ने कहा कि वर्ष 2010 में हरिद्वार में महाकुम्भ के कुशल आयोजन के लिये उनका नोबेल के लिये नामित होना एक असाधारण उपलब्धि है। उपराष्ट्रपति ने उन्हें पुनः नेपाल आने का निमंत्रण भी दिया। इससे पूर्व डॉ0 निशंक ने काठमांडू स्थित भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्त किया। मन्दिर के प्रधान आचार्य गणेश भट्ट ने डॉ0 निशंक का स्वागत किया। डॉ0 निशंक ने 98 वर्षीय नेपाली राष्ट्रकवि भी माधव प्रसाद के घर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। प्रसाद ने डॉ0 निशंक को बधाई देते हुये कहा कि उन्होंने अपने साहित्य में मानवीय संवेदनाओं और मूल्यों को बेहतरीन ढंग से रेखांकित करके समाज को एक नई दिशा देने का सफल प्रयास किया है। उन्होने की साहित्य की एक नई विधा को स्थापित किया है।
उद्योगपति एवं समाजसेवी उपेन्द्र महतो ने कहा कि डॉ0 निशंक ने आर्थिक, सहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप में समाज की सेवा की है। पशुपति क्षेत्र के प्रशासक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील नाहडा ने डॉ0 निशंक के जनपक्षीय साहित्य की प्रशंसा की। डॉ0 गोपाल, नेपाली अकादमी की निदेशक उषा ठाकुर आदि ने भी डॉ0 निशंक के साहित्यिक योगदान की प्रशंसा की।

कालेधन पर पीएम मोदी का ‘सर्जिकल स्ट्राइक’

500 और 1000 रुपये के नोट बंद…

नई दिल्ली।
पीएम मोदी ने एक बेहद धमाकेदार ऐलान कर दिया है जो देश की आर्थिक स्थिति में जोरदार बदलाव लाएगा। आज आधी रात से 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया जाएगा। यानी आज आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोट चलना बंद कर दिए गए हैं। पीएम मोदी ने आज देश के नाम संबोधन करने का अचानक ऐलान करके सबको चौंका दिया और इस संबोधन को आर्थिक महत्व से जोड़कर सबके अनुमानों को गलत साबित कर दिया।
30 दिसंबर 2016 तक आपके पास जो भी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं वो बैंक और डाकघर में जमा कर सकते हैं। 10 नवंबर से 30 दिसंबर 2016 के बीच आप बैंक, डाकघर में नोट जमा कर सकते हैं। इसी फैसले के चलते 9 और 10 नवंबर को एटीएम काम नहीं करेंगे और आपको कैश की जरूरत है तो 100 रुपये के नोटों का बंदोबस्त कर लें। 9 नवंबर और 10 नवंबर को आप एटीएम से 2000 रुपये से ज्यादा कैश नहीं निकाल सकते।

30 दिसंबर तक बदल सकेंगे पुराने नोट
500 और 1000 रुपये के पुराने नोट 10 नवंबर 2016 से लेकर 30 दिसंबर 2016 तक बैंक या डाकघर में जमा करवा सकते हैं. ये 50 दिन का समय है. पैसा जमा करवाने की कोई जल्दबाजी नहीं होगी.”

10 से 24 नवंबर तक बदल सकेंगे 4000 तक के नोट
पीएम मोदी ने कहा कि 10 नवंबर से 24 नवंबर तक 4000 रुपये कीमत तक के 500 और 1000 के पुराने नोट बदले जा सकेंगे. इसके बाद इस सीमा को बढ़ाया जाएगा।
101
घबराने की जरूरत नहीं
पीएम ने कहा, ”इस ऐलान से आपको घबराने की जरूरत नहीं है. तत्काल आवश्कता के लिए आप अपने मान्य पहचान पत्र के साथ किसी बैंक या डाकघर से 4000 रुपये तक की सीमा तक बदल सकते हैं. 10 नबंबर के बाद इस सीमा में बढोतरी की जाएगी। ”

11 नवंबर तक यहां चलेंगे 500 और 1000 रुपये के नोट
पीएम ने कहा, ”मानवीय दृष्टिकोण से सामन्य नागरिकों के लिए कुछ सुविधाएं दी जा रही हैं। अस्पतालों में 11 नवंबर 2016 की मध्यरात्रि तक अस्पताल, रेलवे, बस और हवाई टिकट काउंटर पर पुराने 500 और 1000 रुपये नोट मान्य होंगे। इसके अलावा पेट्रोल पंप पर भी 11 नवंबर 2016 की रात 12 बजे तक पुराने 500 और 1000 रुपये नोट मान्य होंगे।”

30 दिसंबर के बाद भी जमा कर सकते हैं पुराने नोट
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि अगर आप 10 दिसंबर 2016 की तय सीमा तक 500 और 1000 नोट नहीं बदल तो भी आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप मार्च 2017 तक आरबीआई के स्थानीय कार्यालय में जार भी नोट बदल सकते हैं। इसके लिए आपको अपने पास स्थित रकम का एक घोषणापत्र में ऐलान करना होगा।”

एक दिन बैंक और दो दिन बंद रहेंगे एटीएम
पीएम मोदी ने ऐलान किया कि कल एक दिन बैंक बंद रहेंगे। इसके साथ ही अगले दो दिन यानी 9 और 10 नबंवर को कुछ जगहों पर एटीएम काम नहीं करेंगे।”

2000 और पांच सौ के नए नोट जारी करेगा आरबीआई- नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने एक और बड़ा ऐलान किया. पीएम मोदी ने बताया कि रिजर्ब बैंक 500 और 2000 के नए नोट जारी करेगा. आरबीआई आने वाले समय में नए और उच्च मूल्य वाले नोट जारी करेगा।

104
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
पीएम ने कहा, ”आतंकवाद की भयानकता को कौन नहीं जानता है. लेकिन कभी सोचा है कि इन आतंकियों को पैसा कहां से मिलता है। सीमापार के हमारे दुश्मन नकली नोटों के जरिए देश को तबाह कर रहे हैं. देश में कई बार नकली नोटों के कारोबार का खुलासा हुआ है।”
काले धन पर पीएम ने कहा, ”हमने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक एसआईटी का गठन किया। लोगों को बेनामी संपत्ति घोषित करने की योजना शुरू की. हमने प्रयासों से कालाधन के चोर दरबाजों को बंद किया। इन प्रयासों से पिछले ढाई साल में सवा लाख करोड़ का काला धन वापस आया। देश का कौन सा नागरिक होगा जिसे अफसरों के पर छापा पड़ने की खबरों से दुख ना होता हो।”

राष्ट्र विरोध गतिविधियों में संलिप्त 12 अधिकारी बर्खास्‍त

श्रीनगर/नई दिल्‍ली।
कश्मीर घाटी में चल रही अशांति के बीच, जम्मू कश्मीर सरकार ने राष्ट्र विरोध गतिविधियों में कथित तौर पर संलिप्त 12 अधिकारियों को सेवा से बर्खास्‍त कर दिया है। इससे पहले उनके खिलाफ डोजियर तैयार किया गया था।
जानकारी के अनुसार, जम्‍मू-कश्‍मीर के जिन 12 अफसरों को बर्खास्‍त किया गया है, उनके खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं। इस तरह के मामले में संलिप्‍तता की बात पता चलने पर राज्‍य की पुलिस ने तहकीकात शुरू की थी। पुलिस ने इन अफसरों को लेकर एक अहम जांच रिपोर्ट तैयार की थी। इन अफसरों पर पुलिस की रिपोर्ट सामने आने के बाद राज्‍य के मुख्‍य सचिव के आदेश पर इन अधिकारियों को बर्खास्‍त कर दिया गया। कर्मचारियों पर आरोप है कि राज्य में अशांति फैलाने में उन्होंने भी भूमिका निभाई है। सूत्रों के अनुसार, सरकार की ओर से कई अन्य अधिकारियों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। बर्खास्तगी का यह आदेश बुधवार शाम को दिया गया।
बताया जा रहा है कि बर्खास्‍त हुए कुछ अफसर अब भी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। बर्खास्‍त किए गए कई अफसरों पर पब्लिक सेफ्टी एक्‍ट के तहत केस दर्ज किया गया है।सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकारी सेवा से बर्खास्‍त किए गए अधिकारी-कर्मचारी राजस्व, लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ग्रामीण विकास और शिक्षा विभाग सहित विभिन्न महकमों से हैं। अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने इन कर्मचारियों को बर्खास्‍त करने के लिए जम्मू कश्मीर के संविधान के अनुच्छेद 126 को लागू किया है। उन्होंने कहा कि इन में से कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था और उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था जबकि अन्य या तो जमानत पर बाहर हैं या गिरफ्तारी से बच रहे हैं। राज्य पुलिस की खुफिया इकाई ने गड़बड़ी पैदा करने और युवाओं को हिंसा के लिए उकसाने के लिए पिछले महीने 36 कर्मचारियों के खिलाफ एक डोजियर तैयार किया था। डोजियर को आगे की कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव के दफ्तर भेजा गया था।
116
राज्य सरकार के कर्मचारी पहले भी कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं और उनमें से कुछ को सेवा से बर्खास्‍त किया गया है। मौजूदा शिक्षा मंत्री नईम अख्तर उन पांच सरकारी कर्मचारियों में से एक थे जिन्हें 1990 में राज्य सरकार ने सेवा से बर्खास्‍त कर दिया था। उन पर कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था। उनकी सेवाएं बाद में बहाल कर दी गई थीं क्योंकि कर्मचारियों ने तीन महीने की हड़ताल की थी।
जम्‍मू कश्‍मीर बीजेपी ने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई को सही बताया है। बीजेपी नेता खालिद जहांगीर ने कहा कि इन नेताओं को कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्‍होंने कहा कि अफसरों को चाहिए कि वे लोगों की भलाई के लिए काम करें। घाटी में 9 जुलाई को आतंकी बुरहान वानी की सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मौत के बाद हुए प्रदर्शन में अब तक करीब 91 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 104 दिनों से जारी प्रदर्शनों में हजारों लोग घायल हो चुके हैं।

देश में लागू होगी नई शिक्षा नीति : जावड़ेकर

ऋषिकेश।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर गुरुवार सुबह दस बजे ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती के समाधि स्थल पर पुष्प चढ़ाए। उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती सुखानंद पब्लिक कॅरिअर स्कूल में पढ़ने वाले उत्तराखंड आपदा प्रभावित और निर्धन वर्ग के छात्रों से मुलाकात की। कहा कि उत्तराखंड में आई आपदा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आहत हैं। पीएम ने आपदा का दंश झेल रहे राज्यवासियों के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की है। जल्द ही इसके परिणाम राज्यवासियों को दिखने लगेंगे।
113
जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षा से ही इंसान अच्छा नागरिक बनता है। इसलिए केंद्र सरकार देश की शिक्षा बेहतर करने में जुट गई है। पीएम मोदी देश को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। महान पुण्य आत्माओं का आशीर्वाद उनके साथ है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने आपदा प्रभावित छात्र-छात्राओं को पाठयसाम्रग्री भी वितरित की। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, स्वामी शुद्धानंद महाराज, स्वामी शांत आत्मानंद महाराज, आश्रम प्रबंधक गुणानंद रयाल, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल, अनिता ममगाईं, लक्ष्मी सजवाण, शालिनी, नेहा, माला देवी, नीलम देवी, रीना देवी, मंजू, मीना कंडवाल आदि उपस्थित रहे।

राफ्टिंग चैलेंज कप में आईटीबीपी ओवर आल चैंपियन

रूस्तम जी व्हाइट वाटर राफ्टिंग चैलेंज कप का समापन
मैराथन इवेंट में आईटीबीपी ने गोल्ड, बीएसएफ ने सिल्वर व उत्तराखंड पुलिस ने कांस्य मेडल जीता
स्प्रिंग इवेंट में आईटीबीपी ने गोल्ड, बीएसएफ ने सिल्वर व आईटीबीपी ने कांस्य मेडल जीता

डोईवाला।
बुधवार को बीएसएफ की ओर से आयोजित रूस्तम जी व्हाइट वाटर राफटिंग चैंलेंज कप का समापन हो गया। प्रतियोगिता के मैराथन इवेंट में आईटीबीपी ने गोल्ड, बीएसएफ ने सिल्वर व उत्तराखंड पुलिस ने कांस्य मेडल जीता। स्प्रिंग इवेंट में आईटीबीपी ने गोल्ड, बीएसएफ ने सिल्वर व आईटीबीपी ने कांस्य मेडल जीता। प्रतियोगिता में 12 टीमों प्रतिभाग कर रही थी। बीएसएफ के संस्थापक और पहले महानिदेशक रूस्तम जी के शताब्दी वर्ष मना रहे सीमा सुरक्षा बल ने गंगा की लहरों में राफ्टिंग चैलेंज कप का आयोजन स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा अभियान के तहत 18 अक्तूबर को शिवपुरी में किया गया था।
प्रतियोगिता का समापन डोईवाला स्थित बीएसएफ इंस्टीट्यूट ऑफ ऐडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिंग में किया गया। मुख्य अतिथि राज्यपाल डॉ. केके पाल ने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहाकि गंगा में करोडों लोंगों की आस्था है। गंगा को स्वच्छ बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने बीएसएफ के गंगा स्वच्छता अभियान की सराहना की। बीएसएफ के एडीजी आपरेशन डॉ. एपी माहेश्वरी ने बताया चैलेंज कप में बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, उत्तराखंड पुलिस, जीएमवीएन, केएमवीएन सहित 12 राफ्टिंग टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता शिवपुरी के मरीन ड्राइव से नीम बीच तक लगभग 20 किलोमीटर तक के दायरे में आयोजित की गई। क्लीन गंगा सेव गंगा के तहत प्रतिभागियों ने नारे लगाते हुए लोगों को जागरुक भी किया।
106
अभियान में विभिन्न स्कूल, एनसीसी केडेट, स्काउट गाइड, रेड क्रास, पर्यटक, ग्रामीण और बीएसएफ के जवानों ने सहयोग प्रदान किया। इस दौरान स्वयंसेवियों के द्वारा गंगा तटों पर सफाई भी की गयी। कमांडेट राजकुमार नेगी ने बताया कि 2015 में बीएसएफ ने गोल्डन जुबली वर्ष के तहत स्वच्छ भारत स्वच्छ हिमालय अभियान चलाया था। समापन पर बीएसएफ के पूर्व डीजी सुभाष जोशी, उत्तराखंड पुलिस के एडीजी अशोक कुमार, बीएसएफ के डीआईजी उमेश नयाल, एसडीएम डोईवाला शालीनी नेगी, एसपी ग्रामीण श्वेता चौबे आदि मौजूद रहे।

गंगा की लहरों पर बीएसएफ की राफ्टिंग प्रतियोगिता शुरू

सेना, वायुसेना, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस टीमें ले रही भाग
ऋषिकेश।
मरीन ड्राइव शिवपुरी में मंगलवार को रुस्तमजी बीएसएफ व्हाइट वॉटर राफ्टिंग चैलेंज कप-2016 का शुभारंभ डोईवाला डिग्री कॉलेज की प्राचार्य और अर्जुन पुरस्कार विजेता पर्वतारोही डॉ. हर्षवंती बिष्ट ने हरी झंडी दिखाकर किया। बीएसएफ इंस्टीट्यूट ऑफ एडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिंग डोईवाला (देहरादून) के तत्वावधान में आयोजित चैलेंज कप का आयोजन बीएसएफ की 50वीं वर्षगांठ और प्रथम महानिदेशक रुस्तमजी के जन्म शताब्दी वर्ष पर किया जा रहा है।
दिल्ली मुख्यालय से आए बीएसएफ के डीआईजी उमेश नयाल ने कहा कि चैलेंज कप में वायुसेना, बीएसएफ, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), एसएसबी, उत्तराखंड पुलिस, जीएमवीएन, केएमवीएन, यूएफओ, आईपीआरओ, यूकेआरओ की राफ्टिंग टीमें भाग ले रही हैं। उन्होंने बताया कि बीएसएफ की ओर से ‘क्लीन गंगा, सेव गंगा’ मुहिम चलायी जा रही है, जो महात्मा गांधी के 145वें जन्मदिन के अवसर से शुरू की गई। यह स्वच्छ भारत अभियान का ही हिस्सा है। अभियान के जरिए गंगा को स्वच्छ, निर्मल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
102
इस दौरान बीएसएफ के साथ-साथ देशभर से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, पर्यटन विभाग, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड, रेडक्रॉस की ओर से गंगा किनारे सफाई अभियान चलाया गया। सैलानियों और ग्रामीणों को गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। इस अवसर पर कमांडेंट राजकुमार नेगी, डॉ. लक्ष्मण सिंह, परविन्द्र सिंह, मनोज पैन्यूली, राहुल, दिनेश कुमार, बीएस रावत, वाईएस रावत, के वेलू, लवराज सिंह धर्मशक्तू, अविनाश आदि मौजूद रहे।

103
राफ्टिंग मैराथन में आईटीबीपी की टीम जीती
पहले दिन 20 किमी राफ्टिंग मैराथन इवेंट शिवपुरी मरीन ड्राइव से नीमबीच तक चला। इसमें आईटीबीपी की टीम प्रथम रही। बीएसएफ दूसरे और उत्तराखंड पुलिस की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसमें 11 टीमों ने दमखम दिखाया। बुधवार को भी मुकाबले खेले जाएंगे। शाम को डोईवाला स्थित सेंटर में प्रतियोगिता के विजेताओं का पुरस्कृत किया जाएगा। समापन अवसर पर राज्यपाल डॉ. केके पॉल बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।

परिवर्तन के लिए सामाजिक मुहिम की जरूरत: मुख्यमंत्री

देहरादून।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि देश में बड़े परिवर्तन के लिए सामाजिक मुहिम की जरूरत है। विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तिगत स्तर पर काम कर रहे लोगों के जज्बों से समाज में परिवर्तन आ सकता है। ओएनजीसी सभागार में यूथ आईकन अवार्ड समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जो समाज अपने बीच की प्रतिभाओं को पहचानता है, सम्मानित करता है, वह वास्तव में अपने लिए रास्ता बनाता है। इससे दूसरों को भी समाज के लिए करने की प्रेरणा मिलती है।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि सच्चे मायने में समावेशी विकास तभी सम्भव है जब अपने गांव, समाज को बदलने की ललक हो। सुश्री कविता बिष्ट, दिव्या रावत का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि समाज व गांवों की तस्वीर बदलने के लिए बहुत से लोगों ने बिना संसाधनों की परवाह किए वो काम किया है जो पूरा सिस्टम भी नहीं कर पाता है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कमजोर की आवाज को ताकत दिए बिना सच्चा लोकतंत्र कायम नहीं किया जा सकता है। चुनावों में बढ़ते धनबल पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल रिफोर्म की आवश्यकता है।
111
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता लाने के विशेष प्रयास करने होंगे। पब्लिक हेल्थ सिस्टम में सुधार भी बड़ी चुनौती है। पर्वतीय क्षेत्रों में डाक्टरों की कमी के कारण फार्मासिस्ट, एएनएम, आशा, दाईयां आदि की सेवाएं लेते हुए मिनिमम हेल्थ सर्विस प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य में 1 लाख 75 हजार रूपए तक का मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा, सहायक के तौर पर उपलब्ध करवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री रावत ने आयोजक संस्था की ओर से अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, पत्रकार निधि कुलपति, ओलम्पियन मनीष रावत, बाल चैपाल के आनंद कृष्ण मिश्र, लोक गायिका अनुराधा निराला, समाजसेवी अनुजा कपूर, श्वेता तलवार, शिक्षक व लेखक सुशील कुमार सिंह, सहित अन्य व्यक्तियों को समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, डा. महेश कुरियाल, डा. आरके जैन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

ट्रेनों की रफ्तार बन रही हाथियों का काल

60 किमी प्रति घंटे दौड़ती है दून-हरिद्वार के बीच ट्रेनें
1997 में भी इसी स्थान पर ट्रेन से मारे गये थे दो हाथी

ऋषिकेश।
कांसरो से मोतीचूर रेलवे स्टेशनों के बीच तीव्र घुमाव और ट्रेन की स्पीड एक बार फिर हाथी के काल का कारण बन रही है। रायवाला में 19 वर्ष पूर्व इसी स्थान पर ट्रेन की चपेट में आने से दो मादा हाथियों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
पानी और चारे के लिए हाथी अक्सर इसी पारम्परिक गलियारे का प्रयोग करते हैं। कांसरो-चीला-मोतीचूर कॉरिडोर से ही हाथी राजाजी राष्ट्रीय पार्क से कार्बेट पार्क आते-जाते हैं। दून-हरिद्वार रेलवे ट्रैक पर कांसरों से मोतीचूर के बीच 1988 से अब तक 24 हाथी ट्रेन की चपेट में आने से जान गवां चुके हैं। 25 किलोमीटर की ये दूरी हाथियों के लिए बेहद संवेदनशील है। मोतीचूर-चीला, कांसरो-मोतीचूर और कांसरो-बडकोट के पारम्परिक गलियारे यहीं से होकर गुजरते हैं। वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ. रितेश जोशी बताते हैं कि भारत में का कहना है कि रेलवे ट्रैक पर हुए हादसो में 152 हाथी मारे जा चुके हैं। उत्तराखंड में इनकी संख्या 24 पहुंच गई है। अधिकांश घटनाएं तड़के ही होती हैं, जिसका प्रमुख कारण पानी और चारा है। शनिवार को वैदिकनगर के पास जिस स्थान पर घटना घटी उसके दोनों तरफ खेर, शीशम और रोहणी के पेड़ हैं। साथ ही पानी के स्रोत भी हैं। ये कॉरिडोर राजाजी पार्क को कार्बेट पार्क से जोड़ता है। बताया कि इसी स्थान पर 1997 में गज शिशु को बचाने के प्रयास में दो मादा हथनियों की जान चली गई थी। तीव्र मोड और ट्रेन की स्पीड हाथियों की मौत का कारण बन रही है।

110
रेलवे-पार्क के बीच हुए समझौते पर अमल नहीं
वर्ष 2001 में हुए एक हादसे में मादा हाथी की मौत हुई थी। इसके बाद तत्कालीन राजाजी राष्ट्रीय पार्क के निदेशक सुनील कुमार दूबे और रेलवे मुरादबाद मंडल के अधिकारियों के बीच दो दिन बैठक चली थी। बैठक में कुछ नियम तय किए गए थे। रेलवे और राजाजी पार्क के अधिकारियों की तय किया गया था कि रायवाला क्षेत्र में एलीफेंट कॉरीडोर से गुजरते समय रेलवे चालक सावधानी बरतेंगे।
पार्क की सीमा में लगभग 18 किलोमीटर ट्रैक पर (डोईवाला-मोतीचूर स्टेशन के बीच) ट्रेन की गति 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटे रहेगी। पार्क से गुजरते हुए ट्रैक पर लगातार साइरन बजाना होगा। ट्रैक के किनारे मिट्टी के टीलों का समतल किया जाएगा। रेलवे ने कुछ स्थानों पर ट्रैक के पास समतलीकरण किया। साइरन बजाना और स्पीड कम करने के संकेत भी लगाए, लेकिन लगातार बढ़ते ट्रेनों के दबाव और नए ट्राइवरों के चलते सभी नियम धरे रह जाते हैं। जिस समय यह फैसला लिया गया तब उस समय एक दर्जन सवारी और आधा दर्जन माल गाड़ियों के फेरे ही थे, जो अब दोगने हो गए हैं। ज्यादातर ट्रेनें 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती रहती हैं।

दून-हरिद्वार रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का दबाव बढ़ने से ट्रेनों की स्पीड़ 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे तक रहती है। हाथियों की सुरक्षा के लिए पार्क अधिकारियों के साथ मिलकर प्लान बनाया जाएगा।
प्रमोद कुमार, डीआरएम मुरादाबाद मंडल

रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक कर कांसरो-मोतीचूर के बीच ट्रेन की स्पीड 30 किलोमीटर प्रतिघंटे करने और ट्रैक के दोनों ओर मिट्टी के टीलों का समतलीकरण करने पर सख्ती की जाएगी।
सतनाम सोनकर, निदेशक, राजाजी नेशनल पार्क

भारत ने पाकिस्तान को दिखाया दम

पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सैनिकों ने आंतकियों को उतारा मौत के हवाले

नई दिल्ली। पूंछ और उरी में हुए आतंकी हमले में जवानों की शहादत का बदला भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकियों को ढेर कर के लिया है. DGMO और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह खुलासा किया गया कि भारतीय फौज ने बुधवार देर रात नियंत्रण रेखा को पार करते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक किया.

102

डीजीएमओ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारतीय सेना को सटीक खबर मिली थी कि पाकिस्तान के जरिए आतंकवादी भारत में घुसपैठ के लिए तैयार हैं. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सरजमीं में अपने सबसे बेहतरीन कमांडो भेजे थे. सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने पहली बार इस तरह के ऑपरेशन में वायुसेना की मदद नहीं ली है और भारतीय सैनिक बिना किसी खरोंच के वापस लौटे हैं.

आधी रात पाकिस्तान पर बोला हमला
भारत की तरफ से रात 12.30 बजे से 4.30 बजे तक यह ऑपरेशन चलाया गया. भारतीय सेना के कमांडोज ने आतंकवादियों के 7 लॉन्च पैड को अपना निशाना बनाया. इसमें 38 आतंकवादी मारे गए. भारत की ओर से हमला होने के बाद कई पाकिस्तानी सैनिक लॉन्च पैड की सुरक्षा में जुट गए थे. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार भारतीय सेना की कार्रवाई में 9 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं.

101

सोनी आत्महत्या मामले में आप विधायक चौहान गिरफ्तार

नई दिल्ली।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर झटका लगा है। नरेला से आम आदमी पार्टी के विधायक शरद चौहान को आप कार्यकर्ता सोनी आत्महत्या मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। विधायक शरद चौहान के साथ ही इस मामले से जुड़े 8 लोगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया।
चौहान की गिरफ्तारी के साथ ही पार्टी के गिरफ्तार किए गए नेताओं की संख्या 12 हो गयी। मामले के सिलसिले में पिछले चार दिनों मे दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा ने चौहान और मुख्य आरोपी रमेश भारद्वाज से कई घंटे पूछताछ की थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चौहान और भारद्वाज के अलावा विधायक के सहयोगी अमित और रजनीकांत सहित 5 अन्य लोगों को शनिवार रात गिरफ्तार किया गया। भारद्वाज को सोनीपत से 26 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
आत्महत्या के बाद सोनी के परिवार ने आरोप लगाया था कि विधायक के करीबी रमेश भारद्वाज, सोनी को विधायक शरद चौहान के कहने पर परेशान कर रहा था। इससे तंग आकर सोनी ने आत्महत्या की। इससे पहले सोनी की आत्महत्या के मामले में आरोपी रमेश भारद्वाज को दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत से गिरफ्तार किया।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ता ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नरेला में अपने घर पर जहरीली चीज खाकर आत्म हत्या कर ली थी और लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में इलाज के दौरान उसने 19 जुलाई को दम तोड़ दिया था। महिला ने आत्महत्या के कुछ दिन पहले ही विधायक शरद चौहान के खिलाफ प्रताड़ना का केस दर्ज कराया था। पुलिस ने महिला की शिकायत पर 509 और 506 में मामला दर्ज कर लिया था।
पूर्व में महिला कार्यकर्ता ने एक वीडियो जारी कर भी भारद्वाज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। भारद्वाज ने उससे कहा था कि अगर वह पार्टी में उभरना चाहती है तो उसे समझौता करना होगा और उसने खुद को स्थानीय पार्टी विधायक का करीबी होने का दावा किया था। दिल्ली पुलिस ने 20 जुलाई को खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज करते हुए पूरा मामला विशेष जांच दल को सौंप दिया था। महिला के परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि कथित रूप से छेड़छाड़ करने वाले भारद्वाज के जमानत पर रिहा हो जाने के बाद महिला अवसाद में थी। महिला ने कथित तौर पर गलत इरादे को लेकर भारद्वाज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और जून में छेड़खानी का एक मामला दर्ज किया गया था।