राहुल गांधी के उत्तराखंड दौर में दिये वादों और दावों पर निशाना साधते हुए भाजपा ने कहा कि यदि मनमोहन की सरकार का कार्यकाल गोल्डेन पीरियड था तो जनता ने उन्हे सत्ता से बाहर क्यों किया वो भी दो दो बार। पार्टी की तरफ से प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने सलाह देते हुए कहा कि कॉंग्रेस के घोषणापत्र को पहले उन्हे अपने राज्यों में लागू करवाना चाहिए।
सुरेश जोशी ने राहुल गांधी के आज के दौरे को उत्तराखंड की जनता को भरमाने वाला बताया। उन्होने सवाल करते हुए कहा कि एक तरफ हिन्दू और हिन्दुत्व पर सवाल खड़ा करने वाले राहुल माँ गंगा में डुबकी लगाकर सुविधावादी हिन्दू बनने की कोशिश करते हैं, दूसरी तरफ उनके ही नेता बंद कमरे में मुस्लिम यूनिवर्सिटी का वादा करते हैं। उन्होने कहा कि राहुल तो कांग्रेस के सर्वेसर्वा हैं क्यों नहीं वह अपनी राज्य सरकारों में सिलेन्डर के दाम 500 रुपए, 5 लाख रोजगार देने और अन्य तमाम अपने घोषणापत्र के वादे क्यों नहीं पूरा करवा देते हैं।
उन्होने राहुल के पीएम मोदी को राजा बताने वाले बयान पर जबाब देते हुए कहा कि राजशाही तो यूपीए सरकार में थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री भी दस जनपथ के सामने खड़े रहते थे, राजा राजकुमार तो कांग्रेस में पैदा होते हैं जहां गांधी उपनाम राष्ट्रीय अध्यक्ष होने की गारंटी होता है। उन्होने मनमोहन सिंह के कार्यकाल को गोल्डेन बताने वाली टिप्पणी पर व्यंग करते हुए कहा कि उनका कार्यकाल तो स्वर्णिम था लेकिन सिर्फ और सिर्फ कॉंग्रेस के नेताओं के लिए और जिसकी रेटिंग 2014 के चुनावों में भारत की महान जनता दे चुकी है।