एनएच-74 घोटाला-एनएच अधिकारियों से एसआईटी ने सात घंटे की पूछताछ


हल्द्वानी। 
एनएच-74 मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने एनएचएआई के प्रोजेक्टर डायरेक्टर समेत दो अधिकारियों से पूछताछ की। करीब सात घंटे तक चली पूछताछ के दौरान उनसे उपलब्ध दस्तावेज के आधार पर क्रास सवाल भी पूछे गए। साथ ही साथ में लाए दस्तावेज की भी जांच की। एनएच-74 फोरलेन प्रोजेक्ट में कृषि भूमि को अकृषक दिखाकर अधिक मुआवजा लेकर सरकार को करोड़ों के राजस्व की चपत लगाई गई है।
मामले की जांच कर रही एसआईटी अब तक पूर्व एसएलओ डीपी सिंह समेत 50 अधिकारी, कर्मचारी और किसानों से पूछताछ कर चुकी है। मंगलवार को एसआईटी ने मामले से जुड़े एनएचएआई के प्रोजेक्टर डायरेक्टर अजय विष्णोई और अनुज कुमार सिंह को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस पर दोनों ही एनएचएआई के अधिकारी सुबह 11 बजे एसएसपी कार्यालय स्थित एसआईटी कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान एसएसपी डा.सदानंद दाते, एसपी क्राइम कमलेश उपाध्याय, एएसपी देवेंद्र पिंचा, सीओ सिटी और एसआईटी प्रभारी स्वतंत्र कुमार सिंह ने उनसे पूछताछ की। साथ ही उनके बयान दर्ज किए। सुबह 11 बजे से शुरू हुई पूछताछ शाम छह बजे तक चली। एसआईटी ने पूछताछ के दौरान दोनों अधिकारियों द्वारा लाए गए दस्तावेज की भी जांच की। साथ ही उनसे कृषि भूमि को अकृषक दिखाकर दिए गए कई गुना मुआवजे के संबंध में भी पूछताछ की।
एसआईटी प्रभारी सीओ स्वतंत्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को भी कुछ अधिकारी, कर्मचारी और काश्तकारों से पूछताछ की जाएगी। दस्तावेज में हुए हस्ताक्षर से कर रहे इंकार रुद्रपुर। एनएच-74 मुआवजा घोटाले में बरामद दस्तावेज में अधिकारियों के हस्ताक्षर है। एसआईटी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान वह कुछ फाइलों में अपने हस्ताक्षर की बात तो कर रहे हैं, लेकिन कुछ दस्तावेज में अपने हस्ताक्षर होने से इंकार कर रहे हैं। जांच में खुल सकते हैं कई बड़े नाम रुद्रपुर। एसआईटी एनएच मुआवजा घोटाले की जांच में जुट गई है। जब तक जांच सीबीआई को जाएगी, तब तक एसआईटी काफी साक्ष्य जुटा लेगी। सूत्रों की मानें तो एसआईटी की जांच में अब तक हुई पूछताछ में कई साक्ष्य मिले हैं। आगे जांच में कई बड़े नाम सामने आने की संभावनाएं बनी हुई है।

शिंकजा कसते ही मीसा भारती पहुंची पति के साथ आयकर विभाग


नई दिल्ली।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेनामी संपत्ति के मामले में घिरी बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार आखिरकार बुधवार को आयकर विभाग के सामने पेश हुए। कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद वे लगातार अपनी पेशी को टालते आ रहे थे। बताया जा रहा है कि दोनों से करीब छह घंटे तक पूछताछ हुई।
गौरतलब है कि मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई में आयकर विभाग ने दिल्ली से पटना तक लालू प्रसाद यादव के परिवार की कई बेनामी संपत्तियां ज़ब्त कीं, जिनमें लालू की पत्नी राबड़ी देवी, उनके पुत्र तेजस्वी यादव, पुत्री मीसा भारती, दामाद शैलेश कुमार और लालू की अन्य दो बेटियों रागिनी और चंदा यादव की बेनामी संपत्तियां शामिल हैं।
ज़ब्त की गई संपत्तियों का बाज़ार मूल्य क़रीब 175 करोड़ रुपये बताया गया है, जबकि दस्तावेज़ों में इनकी क़ीमत महज़ 9.32 करोड़ रुपये दिखाई गई है। सभी के खिलाफ केस दर्ज कर नोटिस जारी किया गया है। हालांकि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसे राजनैतिक बदले की कार्रवाई बताया है, और आरोपों को झूठा करार दिया है।
इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बिहार इकाई के नेता सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन पर लगे आरोप गंभीर हैं। इसलिए यदि वह इस्तीफा नहीं देते हैं, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।

लालू परिवार की जिन संपत्तियों को ज़ब्त किया गया है, उनका ब्योरा निम्न है…

बिजवासन (दिल्ली) में पालम फार्म्स
बेनामीदार : मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड
लाभार्थी : मीसा भारती, शैलेश कुमार
बही मूल्य : 1.4 करोड़ रुपये
बाज़ार मूल्य : 40 करोड़ रुपये

1088, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, दिल्ली
बेनामीदार : एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड
लाभार्थी : तेजस्वी यादव, चंदा यादव, रागिनी यादव
बही मूल्य : 1.9 करोड़ रुपये
बाज़ार मूल्य : 40 करोड़ रुपये

जालापुर, दानापुर, पटना में नौ प्लॉट
बेनामीदार : डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड
लाभार्थी : राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बही मूल्य : 1.9 करोड़ रुपये
बाज़ार मूल्य : 65 करोड़ रुपये

जालापुर, दानापुर, पटना में तीन प्लॉट
बेनामीदार : एके इन्फोसिस्टम
लाभार्थी : राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव
बही मूल्य : 1.6 करोड़ रुपये
बाज़ार मूल्य : 20 करोड़ रुपये

नीतीश के समर्थन से रामनाथ कोविंद की मजबूत स्थिति


नई दिल्ली।
राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए के प्रत्याशी राम नाथ कोविंद की स्थिति मजबूत होती जा रही है और विपक्ष कमज़ोर पड़ता जा रहा है। बुधवार को कोविंद का समर्थन करने का फैसला कर जेडीयू ने विपक्ष को एकजुट करने की कवायद को बड़ा झटका दे दिया। दिल्ली में रामनाथ कोविंद बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिलते रहे, जबकि पटना से उनके समर्थन की खबर आई। नीतीश कुमार के रुख को लेफ्ट ने विपक्षी एकता के लिए झटका बताया।
सीपीआई नेता डी. राजा ने कहा, ‘राष्ट्रपति चुनावों को लेकर 17 विपक्षी पार्टियों के नेता एक साथ पिछले महीने एक बैठक में शामिल हुए थे। अब नीतीश ने कोविंद का जिस तरह से समर्थन किया है, वो विपक्ष की एकजुटता की कोशिशों को झटका है।’
उधर, कांग्रेस पार्टी जेडीयू के फैसले पर सीधे तौर पर कुछ भी बोलने से बचती दिखी। पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने नीतीश के फैसले पर कुछ नहीं बोला, सिर्फ इतना कहा, ‘गुरुवार की बैठक में प्रत्याशी और रणनीति पर विचार किया जाएगा।’
दरअसल राष्ट्रपति चुनावों से पहले आंकड़ों के खेल में एनडीए काफी आगे निकल चुका है। राष्ट्रपति चुनाव में कुल 10,98,903 वोट हैं और उम्मीदवार की जीत के लिए 5,49,452 वोट चाहिए। इनमें से एनडीए के कुल 5,37,683 वोट पहले से हैं, यानी 48% से कुछ ऊपर।
रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी के बाद एनडीए, एआईएडीएमके, बीजेडी, टीआरएस, जेडीयू, वाईएसआर (कांग्रेस) के समर्थन के साथ कुल 62.7% वोटों का समर्थन हासिल कर चुका है, हालांकि सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी अब भी एक मज़दूत उम्मीदवार उतारने का दावा कर रहे हैं। सीताराम येचुरी ने कहा, ‘विपक्ष की तरफ से एक तगड़ा उम्मीदवार खड़ा किया जाएगा। आज संविधान की बुनियाद को बचाया जाए या आरएसएस के हिन्दू राष्ट्र को आगे बढ़ने दिया जाए, इसी सवाल पर अब कन्टेस्ट होगा।’
विपक्षी दलों के अहम नेता राष्ट्रपति चुनावों को विपक्ष की एकता को मज़बूत करने के लिए एक मंच के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते थे, लेकिन नीतीश ने एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद की दावेदारी का समर्थन कर उनकी इस मुहिम की हवा निकाल दी है।

नकदी और जेवर लेकर दो बच्चों की मां प्रेमी के साथ रफू चक्कर


कोटद्वार। 
इश्क के चक्कर पड़कर इंसान विवेक खो बैठता है, घर—परिवार, समाज में मान—प्रतिष्ठा के साथ ही अपने बच्चों तक ख्याल भूल जाता है। प्रेम के वशीभूत होकर ऐसा कदम उठा देते हैं। जिसकी सब आलोचना ही करते हैं। ऐसा ही एक मामला कोटद्वार में सामने आया है। दो बच्चों की मांग को इश्क का ऐसा बुखार चढ़ा कि उसे बच्चों की भी परवाह नहीं रही। वह घर से नकदी और जेवर समेटकर प्रेमी संग फरार हो गई। उसकी तलाश में पति थाने के चक्कर लगा रहा है।
कोतवाली क्षेत्र स्थित एक मोहल्ला की महिला का पास के ही एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसका आभास जब पति को हुआ तो उसने पत्नी को समझाने का प्रयास भी किया। गत शाम पति जब घर लौटा तो पत्नी घर पर नहीं थी। इस पर उसने बच्चों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि वह एक युवक के साथ गई थी। उसने युवक के घर पता किया तो वह भी गायब था। पीड़ित ने आसपास पत्नी की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया।
पति के मुताबिक उसने घर की तलाशी ली तो पांच हजार की नकदी भी गायब थी। महिला के पति ने कोतवाली में पहुंचकर युवक के खिलाफ तहरीर देकर पत्नी की बरामदगी की गुहार लगाई है।

कार मे रात बिताई, सुबह मृत मिला चालक


नैनीताल। 
मल्लीताल कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत अल्टो कार में चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव कार में ही मिला। मृतक की पहचान कैलाश भाकुनी पुत्र भीम सिंह भाकुनी मूल निवासी बलदियाखान हाल निवासी चार्टन लॉज मल्लीताल के रूप में हुई है। 
पुलिस ने वाहन समेत शव कब्जे में ले लिया है। मृतक के परिवार में बीवी समेत दो छोटे बच्चे हैं। आज सुबह नौ बजे मल्लीताल स्थित तिराहे के समीप किसी ने आल्टो संख्या यूके-04 टी ए, 8346 में चालक सीट पर शव पड़ा देखा। इस पर इसकी सूचना कोतवाली में दी। कोतवाल विपिन पंत ने एसआई देवेंद्र बिष्ट व अन्य कर्मियों को मौके पर भेजा। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि कल तीन बजे से कैलाश व उसके चालक साथियों ने एक साथ शराब पी थी। नशे की वजह से कैलाश घर नही जा सका और गाड़ी में ही सो गया। उसने उल्टी भी कर रखी है। 

कामाख्या एक्सप्रेस की चपेट में आने से युवक की मौत


रुड़की के इकबालपुर रेलवे फाटक के पास बाइक सवार एक युवक की कामाख्या एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के दौरान इंजन के नीचे बाइक फंस गई। इससे इंजन फेल हो गया। इसके चलते करीब साढ़े चार घंटे तक कई रेल सेवाएं बाधित रहीं। 
बताया जा रहा है कि क्रासिंग पर फाटक बंद था। इसके बावजूद बाइक सवार युवक फाटक के नीचे से पटरी पार करने लगा। तभी ट्रेन की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई। युवक की पहचान झबरेड़ा थाना क्षेत्र के बुदपुर गांव निवासी मोहित  के रूप में हुई है।
हादसे के बाद ट्रेन का इंजन फेल हो गया। इससे कई ट्रेन जहां की तहां खड़ी हो गई। इसके बाद ढंढेरा से एक और इंजन भेजा गया, लेकिन यह इंजन भी फैल हो गया। 
इस दौरान लखनऊ चंडीगढ़ एक्सप्रेस, हरिहर एक्सप्रेस, उज्जैन एक्सप्रेस, ऋषिकेश दिल्ली पैसेंजर, सहारनपुर लखनऊ पैसेंजर बीच के स्टेशनों पर खड़ी रहीं। बाद में सहारनपुर लखनऊ पैसेंजर के इंजन को भेजा गया। करीब साढ़े चार घंटे बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। इस दौरान यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। 

जनता मिलन कार्यक्रम में आर्थिक सहायता के लिए पहुंच रहे फरियादी


देहरादून।
मुख्यमंत्री के जनता मिलन कार्यक्रम में भी शराब की दुकानों के विरोध का मुद्दा उठा। रायपुर व जोहड़ीगांव से आए प्रतिनिधिमंडल ने रिहायशी क्षेत्रों में खोली जा रही शराब की दुकानों को बंद करने की मांग रखी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी को इस प्रकरण पर रिपोर्ट देने को कहा है। 
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में फरियादियों की समस्याओं को सुना और समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्या निस्तारित होने की सूचना संबंधित व्यक्ति को दी जानी चाहिए।  
न्यू कैंट रोड स्थित सीएम आवास के जनता दर्शन हॉल में जनता मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 40 से अधिक आर्थिक सहायता के प्रकरण रखे गए। मुख्यमंत्री ने इन प्रकरणों को गुणदोष के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आर्थिक सहायता के जो प्रकरण चिकित्सा उपचार से संबंधित हैं, उनके साथ मेडिकल बिल तथा चिकित्सा उपचार संबंधी प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से लगाने होंगे। 
जो चिकित्सा बिल तथा चिकित्सा उपचार के प्रकरण मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत निपटाए जा सकते हैं, उन्हें संबंधित विभागों को भेजा जाए। इससे पूर्व मुख्यमंत्री आवास में सुबह से ही बड़ी संख्या में फरियादी जुटने शुरू हो गए थे। 
सभी की शिकायतों को विभागवार रजिस्टर्ड किया गया और इसके बाद मुख्यमंत्री के सामने संबंधित प्रकरण रखे गए। कार्यक्रम में विशेष यह रहा कि मुख्यमंत्री ने दो बार लोगों की शिकायतों को सुना। पहले मुख्यमंत्री सुबह तकरीबन 11 बजे तक कार्यक्रम में रहे और इसके बाद राजभवन एक अन्य कार्यक्रम में शिरकत करने चले गए। वहां से वापस आकर उन्होंने फिर से समस्याओं को सुना। 
उनकी अनुपस्थिति में प्रमख सचिव मनीषा पंवार, डॉ. उमाकांत पंवार, सचिव अमित नेगी, राधिका झा व आयुक्त गढ़वाल विनोद शर्मा ने जनता की शिकायतों को सुना। 
राजस्व मामलों में अलग अधिकारी होगा नियुक्त
मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अधिकांश शिकायतें राजस्व संबंधी मामलों की हैं। इन समस्याओं के निस्तारण के लिए एक अलग अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

एसओजी कर रही पूर्व सीएम की पुत्रवधू को आ रहे कॉल्स की जांच


तकनीक का जमाना सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पुत्रवधू के लिए जी का जंजाल बन गया है।  आलम ये है कि गंदे- मैसेज के लगातार हो रहे प्रवाह से उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व सीएम के पुत्र ने पहले उस नंबर पर बात कर उसे ऐसा न करने की हिदायत दी लेकिन सिरफिरे पर  आनंद की बात का कोई असर नहीं हुआ। उसकी हरकत लगातार बढ़ती रही।
मजबूरन रावत दम्पति को पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी पड़ी। जैसे ही यह खबर आम हुई पूरे राज्य  में हंगामा मच गया। लिखित शिकायत के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए SOG दस्ते ने जांच को अपने हाथ मे ले लिया है। बताया जा रहा है कि प्रारंभिक जांच में मैसेज राजस्थान से भेजे गए हैं। हालांकि अभी पूरी जांच रिपोर्ट  और बदतमीज सिरफिरे का पकड़ा जाना बाकी है।
बहरहाल असल बात ये है कि ऐसी मानसिकता वाले सिरफिरों से आम आदमी कैसे बचेगा जो खास की भी परवाह न करते हों। जरूरत है ऐसी नापाक दंबगई को सबक सिखाने की, ताकि जमीर वालों के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचे।  फिर चाहे वो आम हो या फिर खास ।

योग से जुड़कर जानें स्वस्थ जीवन का रहस्य


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। योग दिवस मनाने का मकसद योग से लंबी आयु प्रदान करता है। योग भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है। योगासन को कसरत या व्यायाम कहना गलत है। योग न सिर्फ आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है बल्कि यह तनाव और अन्य शारीरिक समस्याओं को भी दूर करता है। लगातार नियमित रूप से आसन करने से शरीर में लचीलापन बना रहता है।
शारीरिक लचीलेपन से आंतरिक ऊर्जा और स्फूर्ति बढ़ती है, मन शांत रहता है। योग दिवस को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी देना शुरू कर दी है। योग की धूम सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में है। हाल ही में सिंगापुर के स्टेडियम ने आठ हजार लोगों ने योग किया।

जानिए योग के फायदे-
– योग से न केवल हमारा शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि मन भी शांत रहता है। नियमित रूप से योग करने से आप स्ट्रेसफ्री और चिंताओं से मुक्त रहते हैं। योग करने से दिमाग के सोचने और सृजनात्मकता वाले हिस्सों का भी संतुलन बना रहता है।
– हर इंसान को योग अलग रूप से फायदा पहुंचाता है। योग को अपनाने से कई रोगों से निजात मिलती है। बेहतर ब्लड सकुर्लेशन से शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को बेहतर प्रवहन होने में मदद मिलती है। ऑक्सीजन का संचार होने से ब्लड सकुर्लेशन ठीक रहता है।
– योग से शरीर का लचीलापन बढ़ता है। इससे पीठ का दर्द, जोड़ों का दर्द में काफी आराम मिलता है। इससे रीढ़ की हड्डी में दबाव और जकडऩ में भी आराम मिलता है।
– योग का अभ्यास आपको केवल चुस्त दुरूस्त ही नहीं करता बल्कि आपके शरीर को सुडौल और खूबसूरती प्रदान करता है। यह शरीर में जमा फालतू चर्बी को घटाने में मदद करता है।
– सिरदर्द और पीठ दर्द को कम करने में ये आसन लाभकारी है। अगर पैरों में दर्द होता है तो इस आसन को करने से थकान और दर्द से राहत मिलती है।
– मोटापा कम करने के लिए ये आसन बहुत फायदेमंद है। जिन लोगों को गैस की दिक्कत करें उनके लिए ये आसन बहुत फायदेमंद है।
– हर दिन योग करने से आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। दिमाग और मन भी शांत रहता है।

योग की उत्पत्ति-
योग को भारत के स्वर्ण युग करीब 26 हजार साल पहले की देन माना जाता है। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत धातु युज से निकला है। जिसका मतलब व्यक्तिगत चेतना है। योग को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। माना जाता है कि योगसूत्र को महर्षि पतंजलि ने 200ई.पूर्व में लिखा था। इस ग्रंथ पर अब तक हजारों भाषा में लिखा जा चुका है। योग हिंदू धर्म के छह दर्शनों में से एक है। योग बौद्ध धर्म में भी ध्यान के लिए अहम माना जाता है। इसका संबंध इस्लाम और ईसाई धर्म से भी है।

पीएमएवाई योजना से अपना घर बनाने का सपना साकार करें


हर इंसान का सपना होता है कि उसका खुद का घर हो, उसके रहने के लिए सर पर छत हो तो टेंशन किस बात की है, अब तो सरकार भी आपके साथ है। जी हां जिन लोगों के पास घर नहीं है अब सरकार उनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना लेकर आई है। इसके तहत गरीब, झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को घर उपलब्ध कराने में सरकार मदद करेगी।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में पीएम आवास योजना की घोषणा की थी, इस योजना को 25 जून 2015 को हरी झंडी दी गई थी। वर्ष 2015 से लेकर 2022 तक इस योजना के तहत मकानों का निर्माण किया जाएगा जो कि बहुत ही सस्ती कीमतों पर दिए जाएंगे। 3 नवंबर 2016 से सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी शुरू किए थे लेकिन आवेदन करने से पहले आपका इस योजना के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है तो हम आपको बताने जा रहे हैं इस योजना के बारे में पूरी जानकारी…
इस योजना के बारे में कुछ भी बताने से पहले आपको बता दें कि पीएम मोदी ने 31 दिसंबर को देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने लोगों को घर बनाने और खरीदने के लिए दो योजनाओं के बारे में बताया। जिसके तहत आप लोन लेकर घर बना सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 9 लाख रुपये तक के कर्ज पर ब्याज में 4 फीसदी और 12 लाख तक के कर्ज पर 3 फीसदी की छूट दी जाएगी।
केंद्र सरकार की इस योजना का नाम ‘प्रधानमंत्री आवास योजना-हाउसिंग फॉर ऑल (अर्बन)’ है। यह आवास योजना शहर में रह रहे उन लोगों के लिए है जिनके पास खुद के घर नहीं हैं। इसके अंर्तगत दो करोड़ से ज़्यादा मकानों का निर्माण किया जा रहा है। पूरा निर्माण 2015 से 2022 तक यानि इन साल सालों के भीतर ही होगा।
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प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य
1. भारत में मौजूद भूमि को संसाधन के रूप में उपयोग करते हुए निजी प्रवर्तकों की भागीदारी से बस्ती में कच्चे घरों में रहने वालों को नए घर उपलब्ध कराना।
2. लोन से जुड़ी ब्याज सब्सिडी के माध्यम से कमज़ोर वर्ग के लिए सस्ते आवास को प्रोत्साहन देना।
3. सरकारी तथा प्रायवेट क्षेत्रों की भागीदारी से सस्ते आवास उपलब्ध कराना।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तीन चरण
इस योजना को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा जो सात सालों के भीतर पूरी हो जाएगा। इस योजना का पहला चरण 25 अप्रैल 2015 से मार्च 2017 तक चलेगा, इस दौरान 100 शहरों को कवर किया जाएगा। योजना का दूसरा चरण अप्रैल 2017 से मार्च मार्च 2019 तक चलेगा, इस दौरान 100 शहरों के बाद 200 और शहरों को जोड़ा जाएगा। योजना का तीसरा चरण अप्रैल 2019 से मार्च 2022 तक चलेगा जिसमें अन्य शहरों को जोड़ा जाएगा। इन सभी चरणों में शहरों के चुनाव से लेकर उनके निर्माण तक की प्रक्रिया शामिल होगी। नेक्सट पेज पर पढ़ें कौन कर सकता है इस योजना में आवेदन

प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्रता
इस योजना में घर के लिए आवेदन करने में सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि वो कौन लोग हैं जिन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा, इसके लिए क्या पात्रता होनी चाहिए। अभी तक कई लोग फार्म भर चुके हैं लेकिन उनके फार्म कई कारणों से रद्द किए जा रहे हैं तो सबसे पहले जानते हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए क्या पात्रता है-
इस योजना के अंर्तगत दो तरह के लोगों को इसका लाभ मिलेगा पहले तो इडब्लयूएस श्रेणी के लोग और दूसरे एलआईजी श्रेणी के लोग।
1. EWS श्रेणी (Economically Weaker Sections)
इस श्रेणी में वे लोग आते हैं जिनकी वार्षिक आय 3 लाख से ज़्यादा ना हो।
2. एलाआईजी (Lower Income Group)
इसके अंर्तगत वे लोग आते हैं जिनकी वार्षिक आय 3 से 6 लाख के बीच में रहेगी।
आवेदक को आवेदन करने के लिए अपने आप को LIG या HIG श्रेणी का प्रमाणित करने के लिए स्वप्रमाणित हलफनामा प्रस्तुत करना होगा।
-आवेदन महिला के नाम से किया जाएगा।
-आवेदक की आयु 21 से 55 साल के बीच होना चाहिए।
-आवेदक के परिवार के किसी भी सदस्य के नाम पर पक्का मकान पहले से ही है तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री आवास योजना में आवेदन करने का तरीका काफी आसान है। इसके लिए सबसे पहले आप ऊपर दी गई शर्तो के आधार पर तय कर लें कि आप इस योजना में आवेदन करने के पात्र हैं या नहीं। अगर आप पात्र हैं तो हलफनामा प्रस्तुत करें। इसके बाद इस योजना की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें।
प्रधानमंत्री आवास योजना के पोर्टल पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।
इस पोर्टल पर आपको ‘Citizen Application’ पर क्लिक करना है।
इसमें दो ऑप्शन है।
पहला है ‘Slum Dweller’ यह ऑपशन उनके लिए है जो झुग्गियों में रहते हैं।
दूसरा ऑप्शन है ‘Other 3 Components’ जो अन्य लोगों के लिए है।
यहां पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक एप्लीकेशन फार्म आएगा जिसमें सही जानकारी भरिए। इस जानकारी को भरने के बाद नीचे एक कैप्चा कोड आएगा जिसे फिल करने के बाद आप सेव कर सकते हैं। अगर आप उसे प्रिंट भी करना चाहते हैं तो सेव और प्रिंट पर क्लिक कीजिए। ऐसा करने के बाद आपकी स्क्रीन पर एक एप्लीकेशन नंबर आएगा जो आपको नोट करना है ये नंबर आपको बाद में काम आएगा।