बिहार विधानसभा परिसर में ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने वाले जेडीयू नेता खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद के खिलाफ इमारत-ए-शरिया ने फतवा जारी किया है। मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज और मुर्तद (विश्वास नहीं करने वाला) करार दिया है।
बिहार विधानसभा परिसर में ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने वाले जेडीयू नेता खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने अब ऐसा करने पर माफी मांग ली है। नारा लगाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोग उनसे नाराज थे। इमारत-ए-शरिया ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम से खारिज और मुर्तद (विश्वास नहीं करने वाला) करार दिया था। फतवा जारी होने पर फिरोज ने हालांकि कहा था कि वह इससे डरने वाले नहीं।
हालांकि, अब अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री फिरोज ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने माफी मांग ली है। उन्होंने कहा, ‘जो इससे आहत हुए हैं मैं उनसे माफी मांगता हूं। मैंने किसी को भला-बुरा नहीं कहा है। किसी ने नहीं पूछा कि मेरे मन में क्या है।’ इससे पहले फतवा जारी होने पर फिरोज ने कहा था, ‘भगवान ही जानता है कि मैंने किस इरादे से ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए थे। मेरा काम ही बताएगा कि मैं कौन हूं। मैं इमारत-ए-शरिया की काफी इज्जत करता हूं, लेकिन उन्हें फतवा जारी करने से पहले मेरे इरादों को समझना चाहिए था, आखिर मैं क्यों डरूं?’
बता दें कि जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सरकार के शुक्रवार को विश्वास मत जीत लेने के बाद फिरोज ने विधानसभा परिसर में ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए थे। उन्होंने कहा था, ‘अगर जय श्रीराम का नारा लगाने से बिहार की 10 करोड़ जनता का फायदा होता है, तो मैं सुबह-शाम जय श्रीराम कहूंगा, हमारे इस्लाम में नफरत करने की कोई जगह नहीं है, इस्लाम की बुनियाद मोहब्बत और प्रेम का होता है। मैं रहीम के साथ राम को भी पूजता हूं, खुदा आत्मा में बसते हैं।’
Author: Ganga Lahar
लालू डाल रहे शरद यादव पर डोरे, भाजपा की मुश्किलें बढ़ी
महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने से नीतीश कुमार से नाराज शरद यादव बिहार के मुख्यमंत्री पर तो चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन इस बीच वह मोदी सरकार पर हमलावर हैं। पूर्व एनडीए संयोजक ने कालेधन को लेकर बीजेपी को निशाने पर लिया। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे 70 वर्षीय नेता ने ट्वीट कर कहा, ‘विदेशों से कालाधन वापस नहीं आया, जोकि सत्ताधारी पार्टी का एक मुख्य नारा था और ना ही पनामा पेपर्स में नामित लोगों में से किसी को पकड़ा गया।’
राज्यसभा सांसद ने शनिवार को अन्य ट्वीट में कहा था, ‘सरकार कई सेवाओं के नाम पर जनता से काफी सेस अर्जित करती है, लेकिन फिर भी देश में किसी भी क्षेत्र में सुधार नहीं दिख रहा है।’ इससे पहले उन्होंने केंद्र की महत्वाकांक्षी फसल बीमा योजना पर भी सवाल उठाते हुए कहा था, ‘दूसरी योजनाओं की तरह फसल बीमा योजना भी सरकार की असफलता है, जिसके द्वारा केवल प्राइवेट बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया।’
बताया जाता है कि शरद यादव महागठबंधन तोड़े जाने के पक्ष में नहीं थे। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने के बाद नीतीश ने महागठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया। नीतीश के इस कदम से शरद यादव नाराज बताए जाते हैं। नीतीश और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की, लेकिन वह अब भी ‘नई दोस्ती’ से असहज हैं। इस बीच आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव शरद यादव को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुट गए हैं। उन्होंने शरद से आरजेडी जॉइन करने की अपील की है। लालू ने बताया कि इस सिलसिले में उन्होंने शरद यादव से फोन पर बात भी की है।
लालू ने शनिवार को कहा, ‘मैंने शरद यादव से फोन पर बात की है। मैं उनसे अपील करता हूं कि आइये और देश के हर कोने में जाकर इस लड़ाई की कमान अपने हाथों में लें।’ इसके अलावा लालू ने सोशल मीडिया पर भी शरद यादव से साथ आने की अपील की। लालू ने इसे लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘गरीब, वंचित और किसान को संकट/आपदा से निकालने के लिए हम नया आंदोलन खड़ा करेंगे। शरद भाई, आइए सभी मिलकर दक्षिणपंथी तानाशाही को नेस्तनाबूद करें।’ एक दूसरे ट्वीट में लालू ने लिखा, ‘हमने और शरद यादव जी ने साथ लाठी खाई है, संघर्ष किया है। आज देश को फिर संघर्ष की जरूरत है। शोषित और उत्पीड़ित वर्गों के लिए हमें लड़ना होगा।’
प्रशासनिक अधिकारी बनने का मौका न गवायें
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (एचपीपीएससी) ने कई तरह के कुल 287 पदों पर भर्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये भर्तियां हिमाचल प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के लिए हैं। आरक्षण से जुड़े सभी लाभ केवल हिमाचल प्रदेश के मूल निवासियों को प्राप्त होगा। अन्य राज्यों के उम्मीदवार अनारक्षित श्रेणी के माने जाएंगे। आयोग ने इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। योग्य और इच्छुक अभ्यर्थी 31 जुलाई तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। आयोग पदों की संख्या बढ़ा या फिर घटा सकता है। पद, योग्यता और आवेदन की पूरी जानकारी के लिए आगे पढ़ें :
असिस्टेंट प्रोफेसर, कुल पद : 02
विषय के अनुसार रिक्तियों का विवरण
इम्यूनो हीमेटोलॉजी एंड बल्ड ट्रांसफ्यूजन, पद : 01 (अनारक्षित)
योग्यता : मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी से इम्यूनोलॉजी में डीएम या इम्यूनो-हीमेटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन में एमडी हो। या
पैथोलॉजी/ बैक्टीरियोलॉजी/हीमेटोलॉजी में एमडी डिग्री के साथ शिक्षण में दो साल का अनुभव प्राप्त हो। या इम्यूनो-हीमेटोलॉजी एंड ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग में स्पेशल ट्रेनिंग ली हो।
मेडिकल ऑन्कोलॉजी, पद : 01
योग्यता
-एमबीबीएस डिग्री हो।
-मेडिकल ऑन्कोलॉजी में डीएम या मेडिसिन/ रेडियोथेरेपी/पीडियाट्रिक्स में एमडी के साथ मेडिकल ऑन्कोलॉजी में दो साल स्पेशल ट्रेनिंग ली हो।
अनुभव : पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद संबंधित स्पेशिएलिटी में लेक्चरर/रजिस्ट्रार/डेमोंस्ट्रेटर/ रेजिडेंट के तौर पर शिक्षण में तीन साल का अनुभव हो।
अधिकतम आयु : 45 साल।
वेतनमान : 37,400 रुपये से 67,000 रुपये। ग्रेड पे 8900 रुपये मिलेगा।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल एजुकेशन
सूचना : दो या तीन वर्षीय डीएम या एमसीएच डिग्री को शिक्षण के अनुभव के तौर पर गिना जाएगा।
मेडिकल ऑफिसर (डेंटल), पद : 26 (अनारक्षित-14)
योग्यता : डेंट सर्जरी में बैचलर डिग्री हो। साथ ही स्टेट डेंटल काउंसिल में पंजीकरण हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 26,250 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर
असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज कैडर), पद : 204
विषय के अनुसार रिक्तियों का विवरण
इंग्लिश, पद : 15
हिस्ट्री, पद : 14
संस्कृत, पद : 02
कॉमर्स, पद : 52
इकोनॉमिक्स, पद : 13
हिंदी, पद : 15
मैथ्स, पद : 03
पोलिटिकल साइंस, पद : 15
फिजिक्स, पद : 03
केमिस्ट्री, पद : 02
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, पद : 01
म्यूजिक (इंस्ट्रूमेंटल), पद : 30
म्यूजिक (वोकल), पद : 28
एजुकेशन, पद : 03
जियोलॉजी, पद : 06
फिजिकल एजुकेशन, पद : 01
तबला, पद : 01
योग्यता (पद के अनुसार)
शेष विषयों के लिए
-अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड और न्यूनतम 55 फीसदी अंक या समकक्ष ग्रेड के साथ संबंधित विषय में मास्टर डिग्री हो।
-फाइन आर्ट्स (कर्मिशयल आर्ट्स, ड्राइंग, पेंटिंग, स्कल्पचर) के लिए अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड और न्यूनतम 55 फीसदी अंक या समकक्ष ग्रेड के साथ फाइन आर्ट्स में मास्टर डिग्री हो।
-एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को तय अंक प्रतिशत में पांच फीसदी की छूट प्राप्त है। एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवार मास्टर डिग्री 50 फीसदी अंकों से उत्तीर्ण होने पर भी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
-जिन उम्मीदवारों ने सितंबर 1991 से पहले अपनी मास्टर डिग्री पास की हो, उन्हें पीएचडी डिग्री के अंक प्रतिशत में पांच फीसदी की छूट प्राप्त है।
-यूजीसी या सीएसआईआर द्वारा आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट या राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समकक्ष परीक्षा पास की हो।
-यूजीसी की ओर से वर्ष 2009 में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार जो अभ्यर्थी संबंधित विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, वे नेट/ स्लेट/ सेट पास न होने के बावजूद आवेदन कर सकते हैं।
फिजिकल एजुकेशन के लिए
-अच्छे एकेडमिक रिकॉर्ड और न्यूनतम 55 फीसदी अंकों के साथ फिजिकल एजुकेशन में मास्टर डिग्री हो या स्पोर्ट्स साइंस में मास्टर डिग्री हो।
-यूनिवर्सिटी/ इंटर- यूनिवर्सिटी कॉलेज स्तर या इंटर कॉलेज प्रतियोगिताओं में राज्य/ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व करने का रिकॉर्ड हो।
-नेट/ स्लेट/सेट में उत्तीर्ण हो।
-यूजीसी की ओर से वर्ष 2009 में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार जो अभ्यर्थी संबंधित विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं, वे नेट/ स्लेट/ सेट पास न होने के बावजूद आवेदन कर सकते हैं।
-फिजिकल फिटनेस टेस्ट पास हो।
फिजिकल टेस्ट का प्रारूप
पुरुषों के लिए
-30 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 1800 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-40 से ऊपर के उम्मीदवारों को 1500 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-45 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 1200 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-50 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 800 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
महिलाओं के लिए
-30 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 1000 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-40 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 800 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-45 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 600 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
-50 वर्ष से ऊपर के उम्मीदवारों को 400 मीटर की दौड़ या वॉक टेस्ट को 12 मिनट में पूरा करना होगा।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 21,600 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ हायर एजुकेशन
स्पेशल पोस्ट ग्रेजुएट टीचर, पद : 08
विषय के आधार पर रिक्तियों का विवरण
हिंदी, पद : 02 (अनारक्षित)
अंग्रेजी, पद : 02 (अनारक्षित)
हिस्ट्री, पद : 02 (अनारक्षित)
होम साइंस, पद : 02 (अनारक्षित)
योग्यता
-द्वितीय श्रेणी के अंकों के साथ संबंधित विषय में मास्टर डिग्री हो। डिग्री स्तर पर हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ा हो।
-स्पेशल एजुकेशन में बीएड हो। या
स्पेशल एजुकेशन में पीजी डिप्लोमा के साथ जनरल एजुकेशन में बीएड हो या
स्पेशल एजुकेशन में डिप्लोमा के साथ जनरल एजुकेशन में बीएड डिग्री हो। या
-सेकण्डी लेवल टीचर ट्रेनिंग कोर्स किया हो।
-रीहैब्लिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया में रजिस्ट्रेशन हो।
मासिक वेतन : 14,500 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ सोशल जस्टिस एंड इम्पावरमेंट
असिस्टेंट प्रोफेसर (फॉर्मेसी), पद : 11 (अनारक्षित-06)
स्पेशलाइजेशन के अनुसार रिक्तियां
फार्माकोलॉजी, पद : 02 (अनारक्षित)
फार्मास्यूटिकल्स, पद : 03 (अनारक्षित-02)
फार्माकोग्नोसी, पद : 03 (अनारक्षित-01)
फार्मास्यूटिकल केमिस्ट्री, पद : 03 (अनारक्षित-01)
योग्यता : संबंधित ब्रांच में स्पेशलाइजेशन के साथ फॉर्मेसी में बैचलर और मास्टर डिग्री हो। बैचलर या मास्टर डिग्री 60 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण हो।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 35,000 रुपये।
एसोसिएट प्रोफेसर, कुल पद : 16
इंजीनियरिंग विषय के अनुसार रिक्तियों का विवरण
सिविल इंजीनियरिंग, पद : 04 (अनारक्षित)
मेकेनिकल इंजीनियरिंग, पद : 04 (अनारक्षित)
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, पद : 01 (अनारक्षित)
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, पद : 05 (अनारक्षित)
कंप्यूटर इंजीनियरिंग, पद : 02 (अनारक्षित)
योग्यता : प्रथम श्रेणी के अंकों के साथ संबंधित इंजीनियरिंग में बीई/ बीटेक और एमई/ एमटेक डिग्री हो। या
बीई/ बीटेक या एमई/ एमटेक और पीएचडी डिग्री हो।
-शिक्षण/ शोध/ इंडस्ट्री में न्यूनतम पांच साल का अनुभव प्राप्त हो।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष।
वेतनमान : 37,400 से 67,400 रुपये। ग्रेड पे 9000 रुपये मिलेगा।
असिस्टेंट प्रोफेसर, कुल पद : 16
इंजीनियरिंग विषय के अनुसार रिक्तियां
सिविल इंजीनियरिंग, पद : 07 (अनारक्षित)
मेकेनिकल इंजीनियरिंग, पद : 05 (अनारक्षित-03)
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, पद : 03
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, पद : 01
योग्यता : संबंधित इंजीनियरिंग में बीई/ बीटेक और एमई/ एमटेक डिग्री हो। बीई/ बीटेक और एमई/ एमटेक डिग्री में कोई भी एक डिग्री 60 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 35,000 रुपये।
नियुक्ति का स्थान (उपर्युक्त तीन पद): डिपार्टमेंट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, वोकेशनल एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग
माइनिंग ऑफिसर, पद : 01 (अनारक्षित)
योग्यता : जियोलॉजी या अप्लाइड जियोलॉजी में एमएससी डिग्री हो या जियोलॉजी/अप्लाइड जियोलॉजी में बीएससी ऑनर्स डिग्री हो। या
माइनिंग इंजीनियरिंग में बीई डिग्री हो। या
धनबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माइन्स से अप्लाइड जियोलॉजी में डिप्लोमा के साथ माइनिंग में तीन साल का अनुभव प्राप्त हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 14,500 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज
डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन ऑफिसर/ इंफॉर्मेशन ऑफिसर, पद : 02 (अनारक्षित)
योग्यता : जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन/ पब्लिक रिलेशन/ पब्लिक रिलेशन एंड एडवर्टाइजिंग में बैचलर डिग्री हो। या
जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन / पब्लिक रिलेशन/ पब्लिक रिलेशन एंड एडवर्टाइजिंग में पीजी डिग्री/ डिप्लोमा हो।
-गवर्नमेंट डिपार्टमेंट या पब्लिक सेक्टर अंडरटेक्निक में पब्लिक रिलेशन/ जर्नलिज्म/मास कम्यूनिकेशन में तीन साल का कार्यानुभव हो। या न्यूजरपेपर/ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में तीन साल कार्य करने का अनुभव हो।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 15,700 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन
असिस्टेंट टाउन प्लानर, पद : 01 (अनारक्षित)
योग्यता : प्लानिंग में मास्टर डिग्री हो या एमटेक गो या अर्बन प्लानिंग/ सिटी प्लानिंग/टाउन प्लानिंग/ हाउसिंग प्लानिंग/ कंट्री प्लानिंग/रूरल प्लानिंग/ इंफ्रास्टक्चर प्लानिंग/ट्रांसपोर्ट प्लानिंग/ रूरल एंड अर्बन प्लानिंग/ इंवायरन्मेंटल प्लानिंग में पीजी डिग्री हो। या
प्लानिंग में बीई/ बीटेक डिग्री हो। साथ ही अर्बन प्लानिंग/ सिटी प्लानिंग/टाउन प्लानिंग/ हाउसिंग प्लानिंग/ कंट्री प्लानिंग/रूरल प्लानिंग/ इंफ्रास्टक्चर प्लानिंग/ट्रांसपोर्ट प्लानिंग/ रूरल एंड अर्बन प्लानिंग/ इंवायरन्मेंटल प्लानिंग में तीन साल का अनुभव प्राप्त हो।
अधिकतम आयु : 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 21,000 रुपये।
नियुक्ति का स्थान : डिपार्टमेंट ऑफ टाउन एंड कंटरी प्लानिंग
असिस्टेंट डायरेक्टर, पद : 02
योग्यता : जूलॉजी या फिशरीज साइंस में बीएससी डिग्री हो। फिशरीज मैनेजमेंट और डेवलपमेंट में पांच साल का अनुभव प्राप्त हो। या
जूलॉजी या फिशरीज में मास्टर डिग्री। फिशरीज मैनेजमेंट और डेवलपमेंट में पांच साल का अनुभव प्राप्त हो।
अधिकतम आयु : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष।
मासिक वेतन : 14,700 रुपये।
नियुक्ति का विभाग : डिपार्टमेंट ऑफ फिशरीज
चयन प्रक्रिया : स्क्रीनिंग टेस्ट या परीक्षा/पर्सनैलिटी टेस्ट/इंटरव्यू के माध्यम से योग्य उम्मीदवार चुने जाएंगे।
-स्क्रीनिंग टेस्ट में ऑब्जेक्टिव या डिस्क्रिप्टिव प्रश्न रहेंगे। प्रश्नों को हल करने के लिए उम्मीदवारों को दो घंटे का समय मिलेगा। टेस्ट में नेगेटिव मार्किंग भी है। प्रत्येक गलत उत्तर देने पर एक चौथाई अंक काट लिए जाएंगे।
-अंतिम चयन पर्सनैलिटी टेस्ट या इंटरव्यू में प्रदर्शन के आधार पर होगा।
-अनारक्षित वर्ग को इंटरव्यू में उत्तीर्ण होने के लिए 45 अंक लाना होगा।
आवेदन शुल्क
-400 रुपये। शुल्क का भुगतान पंजाब नेशनल बैंक की किसी शाखा में ई-चालान या ई-पेमेंट (डेबिट/क्रेडिट कार्ड) से करना होगा।
-आवेदन शुल्क के भुगतान का विकल्प संस्थान की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन के दौरान प्राप्त होगा।
अधिक जानकारी यहां
टोल फ्री नंबर : 1800-180-8004
फोन : 0177-2624313, 2629739
ऑनलाइन रिक्रूटमेंट एप्लीकेशन से संबंधित समस्याओं के लिए इस नंबर 0177-2629738 पर संपर्क करें।
अधिक जानकारी के लिए लॉगऑन करें- http://www.hppsc.hp.gov.in/hppsc/
नीतीश कुमार को लेकर शाह का बयान अहम माना जा रहा
बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड की गठबंधन सरकार में जारी अंर्तकलह के बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एक बयान से राजनीति सरगरमी तेज हो सकती है। उन्होंने जदयू-बीजेपी गठबंधन सरकार के दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके नेतृत्व की तारीफ की है। अमित शाह ने कहा, 1980 के दशक में अर्थशास्त्रियों ने बीमारू स्टेट शब्द का प्रयोग किया था, जिन राज्यों की प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई थी, जिसके चलते वहां की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई थी, ऐसे ही राज्यों को बीमारू राज्य कहा गया। बीमारू राज्य में बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश। उन्होंने आगे कहा, बिहार में नीतीश कुमार जबतक बीजेपी के साथ सरकार चला रही थी, वहां विकास हो रहा था, देश-दुनिया के अर्थशास्त्री मानते हैं कि उस दौर में बिहार बिमारू राज्य से बाहर होने की कगार पर पहुंच गया था।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 13 साल से बीजेपी की सरकार है, ये दोनों राज्य विकसित राज्य बनने की कगार पर हैं, राजस्थान भी बीमारू राज्य से बाहर है। यूपी में हमें अभी जनादेश मिला है, पांच साल बाद इस इस राज्य की भी हालत बदल जाएगी।
नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इस बयान को कई मायने में अहम माना जा सकता है। दरअसल, हाल ही में लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। जदयू और राजद नेताओं के बीच पिछले कुछ दिनों में कई बार जुबानी जंग भी हुए। इसी बीच बिहार के राजनीति गलियारे में ये भी चर्चा है कि जदयू और सीएम नीतीश कुमार लगातार तेजस्वी यादव पर मंत्रिमंडल से बाहर होने का दबाव बना रहे हैं। हालांकि आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने तेजस्वी के इस्तीफे से साफ मना कर दिया है। इसी राजनीतिक गहमागहमी के बीच बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा था कि अगर आरजेडी नीतीश कुमार का साथ छोड़ती है तो बीजेपी बाहर से समर्थन कर सरकार गिरने नहीं देगी।
वहीं अमित शाह का ताजा बयान लालू प्रसाद यादव की चिंता बढ़ा सकती है। अमित शाह दिल्ली में जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर लिखी किताब (श्यामा प्रसाद मुखर्जी- हिज विजन ऑफ एजुकेशन) का उद्घाटन करने पहुंचे थे, यहीं उन्होंने नीतीश कुमार और बीजेपी-जदयू सरकार के कार्यकाल की तारीफ की। कार्यक्रम में उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इसने देश भर में परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति की, जिसका खामियाजा देश के लोगों को भुगतना पड़ा। जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार बनी परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण का खात्मा हो गया।
तो क्या मरीयम के कारण गई नवाज शरीफ की कुर्सी
पनामा पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज (शुक्रवार) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी करार देते हुए उन्हें अयोग्य ठहराया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद उन्घ्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ ही पाकिस्तान के वित्त मंत्री को भी अयोग्य करार दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बेंच ने एक मत से यह फैसला सुनाया है। इसमें जस्टिस आसिफ सईद खान खोसा के अलावा जस्टिस गुलजार अहमद, जस्टिस एजाज अफजल खान, जस्टिस इयाज उल अहसान और जस्टिस शेख अजमत सईद शामिल थे। जस्टिस खोसा वही जज हैं जिन्होंने पांच वर्ष पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को अयोग्य करार दिया था। इस फैसले के बाद उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
मरियम के छलके आंसू
सुप्रीम कोर्ट के ताजा फैसले के बाद पाकिस्तान का राजनीतिक भविष्य एक बार फिर दांव पर है। गौरतलब है कि इस मामले की जांच के लिए बनाई गई जेआईटी ने अपनी रिपोर्ट में शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराने की सिफारिश की थी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुनकर नवाज की बेटी मरियम नवाज और बेगम कुलसुम नवाज की आंखों से आंसू छलक पड़े।
देश की राजनीति पर संकट
नवाज शरीफ से पद से हटाए जाने की सूरत में वहां पर छाई राजनीति अस्थिरता भारत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। ऐसे में देश की राजनीति में शून्य छा जाने से यह भी हो सकता है कि वहां की सत्ता पर एक बार फिर से सैन्य तंत्र हावी हो जाए, जैसा कि पहले होता रहा है। पाकिस्तान का यह इतिहास रहा है कि जब-जब देश की सत्ता कमजोर हुई है तब-तब वहां पर सैन्य ताकत उभरकर सामने आई है।
एनआईए ने पाकिस्तान से व्यापार बंद करने की सिफारिश की
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सिफारिश की है कि लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद किया जाना चाहिए। एनआईए ने गृह मंत्रालय को भेजे अपनी सिफारिश में कहा है कि जम्मू कश्मीर के पुंछ और उरी से होने वाले व्यापार को तुरंत बंद किया जाना चाहिए क्योंकि सीमा पार व्यापार के बहाने पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए धन भेजते हैं। बता दें कि भारत पाकिस्तान के बीच अच्छे रिश्ते बहाल करने के लिए साल 2008 में उरी-पुंछ समेत कुछ जगहों से पाकिस्तान के साथ व्यावसायिक रिश्तों की शरूआत की गई थी। इस कदम का मकसद था कि जम्मू-कश्मीर के व्यापारी कम दूरी पर पाकिस्तान से बिजनेस कर सकें। लेकिन बाद में पता चला कि आतंकी और आतंकी समूह इस बिजनेस गतिविधि का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग के लिए कर रहे हैं।
हाल ही में हुर्रियत के कुछ नेताओं को भी केन्द्रीय जांच एजेंसी ने टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसमें दूसरे अलगाववादी संगठन के नेता भी शामिल थे। इन नेताओं ने एक स्टिंग ऑपरेशन में स्वीकार किया था कि उन्हें हवाला के माध्यम से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से फंडिंग मिल रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पर व्यापार की आड़ में आतंकवाद और कश्मीर में हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है और इसके पीछे पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन और एजेंसियां काम कर रही हैं। एनआईए का मानना है कि पाकिस्तान ने पिछले कुछ समय में घाटी में हवाला के जरिए काफी धन पहुंचाया है।
भारत पाकिस्तान के बीच होने वाले व्यापार में 21 वस्तुओं की सूची तैयार की गई थी, जिनका व्यापार होना था। इनमें चमड़े का सामान, सूखे मेवे, सर्जिकल उपकरण, कपास, प्लास्टिक, सूखी सब्जियां, कृत्रिम फाइबर, टायर, अशुद्ध गहने, जस्ता, तेल के बीज और बुने हुए कपड़े जैसी चीजें शामिल थी। एक आंकड़े के मुताबिक रोजाना दोनों देशों के बीच 40 से 50 ट्रक सामान लेकर गुजरते हैं।
मोदी, शाह को बना सकते है रक्षा मंत्री
शुक्रवार (28 जुलाई) को जब देश-दुनिया की निगाहें बिहार में नीतीश कुमार के शक्ति परीक्षण और पाकिस्तान में नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट द्वारा पद से हटाए जाने पर टिकी थीं तो भारतीय जनता पार्टी (बीेजपी) के अध्यक्ष अमित शाह गुजरात से राज्य सभा की उम्मीदवारी पर मीडिया ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी। बीजेपी ने अमित शाह और स्मृति ईरानी को गुजरात से राज्य सभा चुनाव में उतारा है। गुजरात में बीजेपी की जो स्थिति है उसे देखते हुए दोनों का राज्य सभा पहुँचना तय माना जा रहा है। अभी अमित शाह गुजरात के सरखेज विधान सभा से विधायक हैं। शाह को अचानक राज्य सभा भेजने की कवायद से राजनीतिक गलियारे में ये कानाफूसी होने लगी है कि उन्हें नरेंद्र मोदी कैबिनेट में जगह दी जाने वाली है। केंद्र में मंत्री बनने के लिए सांसद होना जरूरी है इसलिए अमित शाह को ऊपरी सदन में लाया जा रहा है।
मीडिया में यहाँ तक खबर चल रही है कि अमित शाह को रक्षा मंत्री बनाया जा सकता है। मार्च 2017 में मनोहर पर्रीकर के रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही यह महत्वपूर्ण पद खाली पड़ा है। पर्रिकर केंद्रीय कैबिनेट छोड़कर गोवा के मुख्यमंत्री बन गए थे। पर्रिकर के इस्तीफे के बाद रक्षा मंत्रालय का दायित्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंप दिया गया। हालांकि जेटली के स्वास्थ्य और वित्त मंत्रालय के भार को देखते हुए उम्मीद की जा रही थी कि जल्द ही किसी बड़े नेता को रक्षा मंत्रालय का जिम्मा सौंपा जाएगा। लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। भारत और चीन के बीच जारी सिक्किम में सीमा विवाद के बीच नरेंद्र मोदी सरकार की इस बात के लिए आलोचना हो रही है कि देश के पास एक पूर्णकालिक रक्षा मंत्री नहीं है। रक्षा मंत्रालय देश के प्रमुख मंत्रालयों में शुमार होता है इसलिए इस पर किसी बड़े नेता की तैनाती होनी है। माना जा रहा है कि अमित शाह को रक्षा मंत्री बनाकर बीजेपी ये संदेश देना चाहेगी कि वो देश की सुरक्षा को बहुत ज्यादा गंभीरता से लेती है।
गोभी में छिपा सांप को सब्जी बनाकर खा गई मां-बेटी
इंदौर के खजराना क्षेत्र में गोभी में छुपे सांप को सब्जी के साथ खा लेने से मां-बेटी की तबियत बिगड़ गई। खाना खाते ही स्वास्थ्य गड़बड़ हुआ तो परिजन ने सब्जी का बर्तन देखा। उसमें सांप का मुंह और पूंछ के हिस्से देख होश उड़ गए। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
यह चौंकाने वाला मामला जमजम कॉलोनी में रहने वाली अफजान पति इमाम (35) और उनकी बेटी अमना (15) के साथ हुआ है। खजराना पुलिस के मुताबिक अफजान के परिवार में पति और पांच बच्चे है। अमना पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी बेटी है। शुक्रवार को अफजान ने पत्ता गोभी की सब्ज बनाई। अफजान और अमना दोनों ने खाना खाया। कुछ देर बाद उन्हें चक्कर आने लगे। अफजान के भाई रफीक ने बताया कि मां-बेटी के अलावा परिवार में किसी ने खाना नहीं खाया था। दोनों को खाना खाने के 10 से 15 मिनट बाद चक्कर आने लगे।
इस पर हमें सब्जी और रोटी पर शक गया। हमें लगा कि खाने में कुछ है जिसके कारण इन्हें चक्कर आ रहे है। सब्जी वाले बर्तन में देखा तो उसमें सांप की पूछ और उसका मुंह भी दिखाई दिया। सांप का बच्चा था जिसे सब्जी के साथ काटकर यह लोग खा गए थे। सांप को सब्जी में कटा हुआ देख सभी घबरा गए। तत्काल दोनों मां-बेटी को एमवाय अस्पताल में भर्ती करवाया। डॉक्टर का कहना है कि सांप के खा जाने से शरीर में इंफेक्शन हो गया। उन्हें ठीक होने में तीन से चार दिन लगेंगे। फिलहाल दोनों खतरे से बाहर है।
पनामा पेपर्सः 500 भारतीय हस्तियों के नामों पर कब होगी कार्रवाई
पनामा पेपर्स में 500 भारतीय हस्तियों के नामों का खुलासा हुआ जिन्होंने टैक्स चोरी और काला धन सफेद करने के लिए टैक्स हैवन माने जाने वाले देशों में धन का निवेश किया। इस सूची में देश के कई जानेमाने उद्योगपतियों, फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों का भी नाम आया। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, लखनऊ, पंचकूला, देहरादून, वडोदरा और मंदसौर के व्यापारियों के नाम भी दस्तावेजों में हैं।
कई विदेशी हस्तियों के भी नाम
पनामा की विधि फर्म मोजैक फोंसेका के लीक हुए टैक्स दस्तावेजों से दुनिया की कई प्रमुख हस्तियों के नाम हैं। इनमें रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के करीबियों, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (दोषी करार), मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद, पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो, लीबिया के पूर्व शासक कर्नल गद्दाफी समेत कई हस्तियों के नाम हैं।
सउदी अरब के किंग सलमान बिन और अजरबैजान के राष्ट्रपति के बच्चों ने भी टैक्स बचाने के लिए ऑफशोर देशों में कंपनियां बनाई हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के परिवार का ऑफशोर खातों से संबंध है। इसी तरह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के पिता का भी इसी तरह के खातों से संबंध है।
खुलासा दर खुलासा
1.15 करोड़ टैक्स दस्तावेज लीक हुए हैं पनामा पेपर्स के
128 बड़े नेताओं ने अपनी संपत्ति छुपाने और कर बचाने के लिए टैक्स हैवेन देशों की मदद ली।
35 देशों में दफ्तर हैं मोसैक फॉन्सेका लॉ फर्म के जो लीक दस्तावेजों की जांच कर रहा है।
78 देशों की 109 मीडिया कंपनियों के पत्रकारों ने दस्तावेजों की जांच की है।
2.6 टेराबाइट डेटा सामने आया है पेपर लीक में जो लगभग 600 डीवीडी में आ सकता है।
1977 से लेकर 2015 तक लगभग 40 वर्षों का डाटा जांच में सामने आया है।
पनामा में विदेशी निवेश पर टैक्स नहीं
पनामा जैसे देश में विदेशी निवेश पर कोई टैक्स नहीं लगता। पनामा में दो तरह के कर वसूले जाते हैं। एक टेरेट्रियल टैक्स सिस्टम दूसरा है कॉर्पोरेशन टैक्स सिस्टम। रेसिंडेंट और नॉन रेसिडेंट कंपनियों से तभी टैक्स वसूला जाता है, जब आय देश में ही हुई हो।
40 लाख जनसंख्या है पनामा देश की राजधानी पनामा सिटी है।
3.50 लाख से ज्यादा गोपनीय कंपनियां हैं स्थापित की गई हैं पनामा में
25 फीसदी टैक्स लगता है कॉर्पोरेशन टैक्स सिस्टम में।
1.5 मिलियन डॉलर से ज्यादा टैक्सेबल रेवेन्यू उन पर अल्टरनेटिव टैक्स लग सकता है।
1.168 फीसदी टैक्स लगेगा उनके कुल टैक्सेबल आय पर ज्यादा से ज्यादा।
25 फीसदी टैक्स लग सकता है नेट टैक्सेबल आय पर।
जेफ बेजोस ने माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स को पीछे छोड़ा
दुनिया की सबसे बड़ी ई कॉमर्स कंपनी अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। उन्होंने दशकों से इस खिताब को कब्जाए माइक्रोसॉफ्ट प्रमुख बिल गेट्स को पीछे छोड़ा दिया है। फोर्ब्स के मुताबिक, बेजोस की कुल परिसंपत्ति 90.6 अरब डॉलर तक पहुंच गई है, जो गेट्स की कुल परिसंपत्ति 90.1 अरब डॉलर से ज्यादा है।
गुरुवार को अमेजन डॉट कॉम के शेयरों में 1.6 फीसदी उछाल आया और उनकी संपत्ति दो अरब डॉलर ज्यादा बढ़ गई। इसी के साथ ही उन्होंने गेट्स को पीछे छोड़ दिया। गेट्स को माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक के तौर पर जाना जाता है। 61 वर्षीय गेट्स 2013 से ही दुनिया के सबसे अमीर शख्स बने हुए थे।
अमेजन ने हाल ही में दूसरी तिमाही के नतीजे पेश किए हैं। उसकी बिक्री 22 फीसदी बढ़ने के साथ 37 अरब डॉलर पार कर गई है। दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी अमेजन ने स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजन समेत कई क्षेत्रों में अपने पांव पसारे हैं।
किताबें बेचने वाला आज सबसे दौलतमंद
कभी ऑनलाइन किताबों की बिक्री से कारोबार शुरू करने वाले बेजोस ने हाल ही में होल फूड मार्केट कंपनी को 13 अरब डॉलर में खरीदा है। जेफ बेजोस वाशिंगटन पोस्ट अखबार का भी वह संचालन करते हैं। भारत से लेकर मैक्सिको तक उनके कारोबार का विस्तार है। वह हाइपरलूप ट्रेन चलाने की परियोजना पर भी काम कर रहे हैं।