उत्तराखंड परिवहन महासंघ का 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के परिवहन व्यवसायियों की समस्याओं के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में उनके आवास मैं मिलकर अपना मांग पत्र सौंपा।
महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय ने मुख्यमंत्री को परिवहन व्यवसाई की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा का संचालन 2 वर्ष से नहीं हो पाया है जिस कारण वाहन स्वामियों की आर्थिकी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। वाहन स्वामी वाहनों की किस्त नहीं दे पा रहा है, वहीं बिना चले वाहनों का टैक्स भरना पड़ रहा है। यातायात पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन रमोला ने बताया कि परिस्थितियां सामान्य होने पर कुछ वाहनों को लोकल सेवा के रूप में सड़कों पर उतारा गया है परंतु पुलिस एवं आरटीओ प्रवर्तन दल द्वारा नाहक ही चालान की कार्रवाई की जा रही है। जबकि उत्तराखंड की सीमा लगते हुए राज्यों द्वारा जैसे उत्तर प्रदेश और हिमाचल में परिवहन अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि गंभीर अपराध होने पर ही वाहनों का चालान किया जाए।
गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक मालिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत एवं यात्रा प्रभारी मदन कोठारी ने बताया कि यदि शीघ्र वाहन स्वामियों को आर्थिक राहत का पैकेज नहीं दिया जाता है, तो वाहन स्वामी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगा। इसलिए सरकार को चाहिए कि शीघ्र अति शीघ्र वाहन स्वामी के हितों के लिए राहत पैकेज घोषित करें मुख्यमंत्री ने समस्त मांगों को गंभीरता पूर्वक सुना एवं आश्वासन दिया कि शीघ्र अति शीघ्र राहत पैकेज घोषित किया जाएगा। जिसमें निश्चित तौर पर वाहन स्वामियों को लाभ होगा।