कई दिनों से एम्स में भर्ती मशहूर पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा ने आज अपनी अंतिम सांसे ली। उनके निधन की खबर से प्रदेशभर में शोक की लहर फैल गई। राज्यपाल बेबीरानी मौर्य, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और स्पीकर उत्तराखंड प्रेमचंद अग्रवाल ने अपनी-अपनी संवेदनाए व्यक्त की। वहीं, राजकीय सम्मान के साथ मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके कार्याें को स्मरण कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
हिमालय रक्षक, चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा का अंतिम संस्कार मुनिकीरेती के पूर्णानंद घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ। स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने सुंदरलाल बहुगुणा के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि आज हमने देश के एक बहुमूल्य रत्न को खो दिया। हिमालय की रक्षा और पर्यावरण की सुरक्षा के लक्ष्य को सदैव सर्वोपरि रखने वाले बहुगुणा जी ने सर्वोदय आंदोलन, चिपको आंदोलन से लेकर स्वतंत्रता संग्राम में अपना ऐतिहासिक योगदान दिया। कहा कि उनका सौभाग्य है कि कई विषयों पर बहुगुणा जी के साथ उनकी चर्चा होती थी और वह हमेशा मार्गदर्शक की भूमिका अदा करते थे। कहा कि उनके जाने से एक युग की समाप्ति हुई है।
इस दौरान देहरादून के जिला अधिकारी आशीष श्रीवास्तव, ऋषिकेश के उप जिलाधिकारी वरुण चैधरी, कोतवाल रितेश शाह कई लोग मौजूद रहे।