कोरोना संक्रमण की वर्तमान परिस्थिति में ऑक्सीजन की किल्लत को पूरा करने के लिए आईडीपीएल के ऑक्सीजन गैस प्लांट को पुनर्जीवित करने में सेना के इंजीनियरों ने मोर्चा संभाला है। इस संबंध में आज उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया एवं सेना के इंजीनियरों का उत्साहवर्धन किया। स्पीकर ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करने के लिए सेना के इंजीनियरों द्वारा 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली गई है।
आईडीपीएल में बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को फिर से पुनर्जीवित करने की कवायद में सेना के इंजीनियरों की टीम पिछले 12 दिनों से ऑक्सीजन प्लांट की मरम्मत कर रही है साथ ही आईडीपीएल के मैकेनिकल और इलेक्ट्रिक विभाग की टीमें भी इंजीनियरों की मदद कर रही है।इंजीनियरों के अनुसार ऑक्सीजन प्लांट बीते कई वर्षों से बंद पड़ा है ऐसे में मशीनों की कई पार्ट खराब हो चुके हैं, जिनको बदलकर नये पार्ट्स लगवाए जाने का कार्य किया जा रहा है एवं सप्लाई लाइन की भी जाँच की जा रही है।
इस अवसर पर स्पीकर ने सेना के इंजीनियरों द्वारा मुस्तैदी से कार्य किए जाने पर उनका धन्यवाद एवं अभिनंदन किया। स्पीकर ने कहा कि पिछले दिनों उनके द्वारा प्लांट का निरीक्षण किया गया था जिसमें उन्हें आईडीपीएल प्रशासन द्वारा अवगत किया गया था कि 15 साल पहले तक प्लांट चलता था लेकिन अब मशीनें जंग खा गई है एवं कोई भी पुर्जा यदि आवश्यक हो तो उसका मिलना भी मुश्किल है।श्री अग्रवाल ने कहा कि इसके बावजूद भी सेना के इंजीनियरों ने लगातार दिन-रात कार्य कर 90 प्रतिशत सफलता हासिल कर ली है। स्पीकर ने कहा कि सेना के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इंजीनियरों द्वारा एयर सेपरेटर पर कार्य चल रहा है जिसमें एयर से ऑक्सीजन को सेपरेट किया जाएगा, जिस पर सफलता मिलने के बाद इस ऑक्सीजन प्लांट से ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया जा सकता है।
स्पीकर ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके द्वारा आग्रह किये जाने पर मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से सेना के माध्यम से आईडीपीएल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने की कार्यवाही करी,जिस पर आज सेना के जवान सफलता हासिल करते हुए दिख रहे हैं।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण की इस महामारी में जहां पूरा देश चुनौतियों से जूझ रहा है वहीं इस ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने से बहुत से लोगों का जीवन बचाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में सबसे बड़ी आवश्यकता जीवन रक्षक दवाइयों एवं ऑक्सीजन की ही है।
इस अवसर पर सेना के कैप्टन अर्जुन राणा, आईडीपीएल के उप महाप्रबंधक गंगा प्रसाद अग्रहरि, इंचार्ज डी एस राणा, रमेश शर्मा, रविंद्र कश्यप, सुभाष वाल्मीकि, महावीर चमोली, पार्षद सुंदरी कंडवाल, निर्मला उनियाल, सुनील शर्मा, अजीत वशिष्ठ, सुमित सेठी आदि उपस्थित थे।